कानपुर: बीते शुक्रवार को मिली खून से सनी कार पुलिस के लिए मिस्ट्री बनी हुयी थी. कार के अन्दर चारो तरफ खून और मांस के टुकड़े मिले थे. इसके साथ कार के अन्दर से 42 सिमकार्ड,पैनड्राइव, लैपटॉप एक आधार कार्ड और आईडी कार्ड बरामद हुआ था. पुलिस,फारेंसिक टीम डॉग स्क्वायड ने घटना स्थल का निरिक्षण किया था. जांच में डॉग स्क्वॉयड ने खाली प्लाट में बॉडी होने का इशारा किया था. पुलिस ने शुक्रवार को प्लाट में एक स्थान पर खुदाई करायी थी लगभग 3 फिट खुदाई कराने पर कुछ नहीं मिला तो पुलिस ने गड्ढा भर दिया. शनिवार शाम को पुलिस ने दोबारा जांच की तो उसे शक हुआ बॉडी इसी प्लाट में है. पुलिस ने दोबारा खुदाई करायी तो लगभग 6 फिट गहरा गड्ढा खोदने पर कार मालिक दोनों सगे भाइयों के शव मिल गए.
काकादेव थाना क्षेत्र स्थित ओम चौराहे पर रहने वाले मोनू सिंह और प्रिंस दोनों सगे भाई थे और उनकी मोबाइल शॉप थी. दोनों भाई सिम एक्टिवेट करने का भी काम करते थे. जानकारी के मुताबिक दोनों भाई अपनी मां जसवंत कौर से एक घंटे बाद लौटने की बात कह कर बीते गुरुवार की रात लगभग साढ़े दस बजे घर से निकले थे. लेकिन दोनों भाई पूरी रात जब घर लौट कर वापस नहीं आए तो मां ने उन्हें फोन लगाया तो दोनों भाइयों के पोन स्विच ऑफ़ थे.
काकादेव स्थित स्वराज इण्डिया स्कूल के पास वैगन आर खड़ी थी जिसमे खून के धब्बे लगे हुए थे. सुबह के वक्त जब स्थानीय लोगों ने कार के अन्दर झांक कर देखा तो पूरी कार में खून फैला पड़ा था. स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की, फारेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची. जिस स्थान पर कार खड़ी थी वहां से कुछ दूरी पर एक खाली प्लाट था. डॉग स्क्वायड का खोजी कुत्ता उस खाली प्लाट में पहुंचा और झाड़ियों में मिटटी में बॉडी दबी होने का इशारा भी किया. पुलिस ने उस स्थान पर खुदाई भी करायी. लगभग 3 फिट तक खुदाई कराने पर जब कुछ नहीं मिला तो पुलिस ने दोबारा मिटटी भर कर बराबर कर दिया.
पुलिस ने कार के नंबर के आधार पर उसके मालिक का पता निकाला. जब पुलिस उस पते पर पहुंची तो पुलिस को जानकारी मिली कि कार मालिक मोनू सिंह और उसका छोटा भाई प्रिंस गुरुवार रात से लापता है और पूरी रात घर वापस नहीं लौटे हैं.
शनिवार की शाम पुलिस दोबारा जांच करने के लिए पहुंची तो खाली प्लाट पर ही बॉडी होने का अंदेशा मिला. पुलिस ने उसी स्थान पर दोबारा खुदाई करायी. लगभग 6 फिट तक खुदाई कराने के बाद दोनों सगे भाइयों की बॉडी को पुलिस ने बरामद कर ली. पुलिस के लिए दोनों सगे भाइयों की हत्या अभी भी मिस्ट्री बनी हुयी है. आखिर इनकी हत्या किसने और क्यों की इसका जवाब अब तक नहीं मिल पाया है.
एसपी वेस्ट संजीव सुमन के मुताबिक शुक्रवार भोर के वक्त हमें सुचना मिली थी कि एक खून से सनी कार लावारिश खड़ी है. कार के अन्दर खून फैला पड़ा था मांस के टुकड़े पड़े थे जो किसी संगीन अपराध की तरफ इशारा कर रहे थे. फारेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड ने भी निरिक्षण किया था. पास के खाली प्लाट पर बॉडी होने का शक था. कल इसकी खुदाई भी करायी गयी थी लेकिन खुदाई करने वालो ने कहा यहां कुछ नहीं है. इस लिए वहा मिट्टी भर कर बराबर कर दिया गया था.
शनिवार को जांच टीम को शक हुआ तो दोबारा खुदाई करायी गयी तो दोनों भाइयों के शव बरामद हो गए. दोनों भाई मिसिंग थे इसके साथ ही कार के अन्दर से एक आधार कार्ड मिला जो दिल्ली की किसी लड़की का था उसकी जांच की गयी तो उसका इनसे कोई सम्बन्ध नहीं था. फ़िलहाल इस घटना की जांच और भी गहनता से की जा रही है.