यूपी चुनाव: मंगलवार को थम जाएगा चौथे चरण के चुनाव प्रचार का शोर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश का चुनावी दंगल अपने चरम पर है. सियासत के अखाड़े में गुरुवार को चौथे चरण का मुकाबला होने वाला है. ऐसे में बुंदेलखण्ड क्षेत्र के विभिन्न जिलों समेत 12 जनपदों की 53 सीटों के लिये चुनाव प्रचार कल शाम थम जाएगा.
चौथे चरण में होगा कुल 680 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के साथ-साथ प्रतापगढ़, कौशाम्बी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट और फतेहपुर जिलों की 53 सीटों पर आगामी 23 फरवरी को मतदान होगा. निर्वाचन आयोग के अनुसार चौथे चरण में कुल 680 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा.
इलाहाबाद उत्तरी सीट पर सबसे ज्यादा 26 प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं, खागा (फतेहपुर), मंझनपुर (कौशाम्बी) और कुंडा (प्रतापगढ़) में सबसे कम छह-छह उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. साल 2012 में चौथे चरण में इन 53 सीटों पर हुए चुनाव में समाजवादी पार्टी को 24 सीटों पर सफलता प्राप्त हुई थी. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने 15, कांग्रेस ने छह, बीजेपी ने पांच और पीस पार्टी ने तीन सीटें जीती थीं.
इन प्रमुख प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला ?
चौथे चरण के चुनाव में जिन प्रमुख प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा, उनमें कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा (रामपुर खास), बाहुबली निर्दलीय प्रत्याशी रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (कुंडा), बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की बेटी कांग्रेस प्रत्याशी अदिति सिंह (रायबरेली), विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कर्ष मौर्य (उंचाहार), एसपी के वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह (करछना) और विधानसभा में विपक्ष के नेता गयाचरण दिनकर (नरैनी) शामिल हैं.