यूपी: राजा भैया के पिता पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज
पिछले कई सालों से उदय प्रताप सिंह मुहर्रम के दिन हनुमान मंदिर पर भंडारे का आयोजन करते आ रहे थे. लेकिन 2017 के बाद से प्रशासन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दे रहा है. दरअसल मंदिर के रास्ते ही मुहर्रम का जुलूस निकलता है, जिसकी वजह से दोनों समुदायों में टकराव की स्थिति पैदा होने का खतरा बना रहता है.
लखनऊ: बाहुबली निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता कुंवर उदय प्रताप सिंह के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने व धारा 144 के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है. उदय प्रताप सिंह नेमुहर्रम के दिन ही हनुमान मंदिर में भंडारा कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनायी थी. शांति व्यवस्था ना बिगड़े इसलिए प्रशासन ने उन्हें नजरबन्द कर दिया था.
कुंडा के क्षेत्राधिकारी राधेश्याम शर्मा ने बताया, "कुंडा कोतवाल की तहरीर पर उदय प्रताप सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 295अ, 153अ, 188 सहित गंभीर धाराओं में कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. एसएचओ देवेन्द्र प्रताप सिंह ने यह कार्रवाई की है."
मुहर्रम के मौके पर शेखपुर के हनुमान मंदिर पर पूजा-पाठ और भंडारे के आयोजन को लेकर उदय प्रताप अड़े हुए थे. जिसके बाद भदरी के राजा उदय प्रताप को जिला प्रशासन ने उनके राजमहल में नजरबंद कर दिया था. मोहर्रम के दिन जुलूस निकलने के चलते जिला प्रशासन ने मंदिर पर भण्डारा-पूजा करने की अनुमति नहीं दी.
उदय प्रताप को नजरबंद किए जाने के बाद भी उनके समर्थकों ने कुंडा बाजार बंद का किया था.
बता दें, मोहर्रम के दिन उदय प्रताप सिंह किसी परंपरा को निभाते हुए भंडारा करते थे. इसी मंदिर के करीब से मोहर्रम के दिन ताजिया निकलता है. माहौल ना बिगड़ जाए इसलिए प्रशासन ने पिछले दो साल से इस भंडारे पर प्रतिबंध लगा रखा है. लिहाजा उन्हें नजरबंद कर दिया गया था.
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