वाराणसी: आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को कहा कि वह उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी लेकिन पिछली बार की तरह इस बार पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल वाराणसी से प्रत्याशी नहीं होंगे. आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि फरवरी अंत तक सीटों और उनके उम्मीदवारों के बारे में फैसला कर लिया जाएगा.


सिंह ने कहा, "पार्टी या केजरीवाल ने कभी नहीं कहा कि वह लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और 2019 की लोकसभा चुनाव रेस में उतरने की उनकी कोई योजना नहीं है."


उन्होंने कहा, "पार्टी उत्तर प्रदेश में उन संसदीय क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी जहां उसका संगठन मजबूत है. सीट और प्रत्याशियों पर फरवरी के अंत तक फैसला ले लिया जाएगा."


2014 के लोकसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़े और दूसरे स्थान पर रहे थे.


सिंह ने अपनी दो दिवसीय 'भाजपा भगाओ-भगवान बचाओ' यात्रा का समापन रविवार को वाराणसी में किया. यह शनिवार को अयोध्या से शुरू हुई थी. इसमें बीजेपी को कई मुद्दों पर घेरा गया जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरीडोर में कथित रूप से मलबे में सैकड़ों शिवलिंग पड़े होने का मुद्दा भी शामिल था.


बता दें कि इसके पहले संजय सिंह ने कहा था कि उनकी पार्टी बीजेपी को हराने के लिए किसी भी गठबंधन को अपना समर्थन देने को तैयार है. उनके कहा था कि यूपी में अगर सपा-बसपा और आरएलडी का गठबंधन बनता है तो आम आदमी पार्टी उसे समर्थन करेगी.