लखनऊ: शिवपाल यादव के नेतृत्व वाली प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) की यहां मंगलवार को बैठक हुई और पार्टी के प्रमुख नेताओं ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा की.


सूत्रों के मुताबिक, शिवपाल ने चुनाव में कहां चूक हुई, और आगे किस रणनीति के आधार पर आगे बढ़ा जाए, और किस नेता को जिम्मेदारी दी जाए, जिससे जनाधार बढ़ सके, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा की.


पार्टी के प्रदेश महासचिव व पूर्व सांसद वीरपाल सिंह ने बताया कि बैठक में प्रसपा ने फैसला किया है कि जन-जन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए 10 से 13 जून तक अलग-अलग प्रकोष्ठों, कार्यकारिणी समिति की बैठक की जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए संबधित सभी नेताओं को पत्र भेज दिया गया है.


प्रसपा के प्रदेश महासचिव वीरपाल सिंह के अनुसार, "10 जून को लोकसभा प्रत्याशियों और उसके प्रभारियों को बुलाया गया है. पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव इनके साथ बैठकर जमीनी हकीकत को जानने की कोशिश करेंगे. 11 जून को पार्टी के सभी अध्यक्षों, उपाध्यक्षों और महासचिवों को बुलाकर उनके साथ बैठक की जाएगी. वहीं, 13 जून को पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है. इनके साथ विचार-विमर्श कर आगे की चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी."


गौरतलब है कि चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी से अलग हुए शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) नामक नई पार्टी गठित की है. पार्टी ने लोकसभा चुनाव में 40 से अधिक सीटों पर पूरे देश में प्रत्याशी उतारे थे. लेकिन उन्हें एक भी सीट पर सफलता हासिल नहीं हो सकी है.


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