लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने शुक्रवार को अपना पदभार संभाल लिया. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू को यूपी कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है. ओबीसी वर्ग के वैश्य जाती से आने वाले लल्लू लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं. वह मौजूदा अध्यक्ष राज बब्बर की जगह लेंगे.


अपनी जमीनी और साधारण कार्यकर्ता की छवि को बरकार रखते हुए वह गोरखपुर से लखनऊ रोडवेज बस से पहुंचे. पार्टी कार्यकर्ताओं ने भव्य तरीके से उनका स्वागत किया. पॉलीटेक्निक चौराहे से जुलूस के साथ उन्हें पार्टी कार्यालय लाया गया.


लखनऊ पहुंचने के बाद लल्लू ने बाबा साहब बी.आर. आंबेडकर, महात्मा गांधी व सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया.


इस अवसर पर उत्तरप्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेता पी.एल. पुनिया, निर्मल खत्री, प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्रा मौजूद रहे.


हालांकि, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी. इससे पहले अजय कुमार लल्लू के लखनऊ पहुंचने पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला.


पूरे रास्ते जगह-जगह नए प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत हुआ. पूरा रास्ता बैनर और पोस्टर से पटा हुआ था.


कांग्रेस ने लल्लू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की घोषणा सात अक्टूबर को की थी. उस समय वह अपने क्षेत्र कुशीनगर के तमकुहीराज में थे. अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के लिए वह कारों के लंबे काफिले के बजाय गोरखपुर से बस से लखनऊ पहुंचे.


साल 2012 में पहली बार विधायक चुने गए थे अजय कुमार लल्लू 


बता दें कि अजय, साल 2012 में पहली बार विधायक चुने गए थे. 2017 की बीजेपी लहर में भी उन्होंने न सिर्फ अपनी सीट बचाए रखी, बल्कि 2012 से अधिक के अंतर से उन्होंने बीजे प्रत्याशी को हराया.


उनकी इसी सफलता को देखते हुए उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता भी चुन गया और अब अध्यक्ष बनाया गया है.


इसके साथ ही पार्टी ने प्रदेश इकाई को भी नया रूप दिया है. इसमें चार उपाध्यक्ष, 12 महासचिव और 24 सचिवों को शामिल किया गया है.



चार उपाध्यक्ष, 12 महासचिव, 24 सचिव


कांग्रेस ने प्रदेश में चार उपाध्यक्ष बनाए हैं. इनमें से दो को संगठन और दो को आनुषंगिक संगठनों की जिम्मेदारी दी है. उपाध्यक्ष बनाए गए वीरेंद्र चौधरी को पूर्वी यूपी संगठन और पंकज मलिक को पश्चिमी यूपी संगठन की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं ललितेश पति त्रिपाठी को प्रदेश यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, ओबीसी विभाग किसान कांग्रेस, महिला कांग्रेस और दीपक कुमार को सेवा दल, एससी-एसटी विभाग, अल्पसंख्यक विभाग की जिम्मेदारी मिली है.


इनके अलावा 12 महासचिव और 24 सचिव बनाए गए हैं. अहम बात ये है कि पहले यूपी प्रदेश कांग्रेस कमिटी में करीब 500 लोग होते थे लेकिन नई कमिटी में 50 से भी कम लोग हैं. समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश साफ नजर आती है. खास तौर पर ओबीसी समाज के नेताओं का प्रतिनिधित्व सबसे ज्यादा है.


18 वरिष्ठ नेताओं की सलाहकार समिति बनाई गई है


जहां तक वरिष्ठ नेताओं का सवाल है तो 18 वरिष्ठ नेताओं की सलाहकार समिति बनाई गई है जिसकी अध्यक्षता प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी करेंगी. इनमें मोहसिना किदवई, प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, राजीव शुक्ला, आरपीएन सिंह, सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी, अजय राय आदि प्रमुख नाम हैं. आठ नेताओं का एक रणनीतिक समूह भी बनाया गया है. इनमें जितिन प्रसाद, राजीव शुक्ला, इमरान मसूद जैसे नेता हैं.


कुल मिलाकर प्रियंका गांधी ने अपनी नई टीम में कमान तो युवा नेतृत्व के हाथों में दी है लेकिन अनुभवी नेताओं को भी साथ लिया है. यूपी कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक नई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की औसत आयु लगभग 40 साल है.


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