दरअसल नोटबंदी के समय अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. कुछ लोगों ने जब अखिलेश को खजांची की कहानी बताई तो अखिलेश ने उसके परिवार को कानपुर देहात से अपने घर बुलवा लिया और बच्चे की मां को दो लाख रूपए दे दिए.
मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद पहला चुनाव यूपी में विधानसभा के चुनाव हुए थे. चुनावों में नोटबंदी सबसे बड़ा मुद्दा था. अखिलेश यादव ने मंच से खजांची का ज़िक्र कर मोदी सरकार पर ख़ूब ताने भी कसे थे.
नोटबंदी की बरसी पर एबीपी न्यूज़ की टीम खजांची से मिलने उसके गांव झिंझक पहुंची थी. हालात ये हैं कि चार भाई बहनों में सबसे छोटे खजांची को भर पेट खाना भी नहीं मिलता. उसकी मां नौकरानी का काम कर घर चलाती है.
आपको बता दें कि खजांची का जन्म पिछले साल दो दिसंबर को हुआ था. एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट देखने के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि वह खजांची का बर्थ डे ज़रूर मनाएंगे.