लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने कहा, ''दूसरे के कामों का फीता काटने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि जनता उनका पत्ता काटने के लिए तैयार बैठी है.


अखिलेश ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने लिखा, ''सपा के समय हुआ ‘लोक भवन’ का निर्माण और लोकार्पण लेकिन भाजपाई अब कर रहे हैं हमारे श्रेय का अपहरण. दूसरे के कामों का फीता काटनेवालों ध्यान रहे जनता आपका पत्ता काटने के लिए तैयार बैठी है."


उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपीसरकार में लोकभवन से अन्यायपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं और निर्दोषों का उत्पीड़न किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो सरकार जनता को दुःख-दर्द पहुंचाती है, लोकतंत्र में जनता भी समय आने पर अपना निर्णय करने में झिझकती नहीं.


सीएए, एनआरसी, एनपीआर जनता के लिए समस्या- अखिलेश


उन्होंने कहा कि बीजेपीसरकार ने खुद ही राज्यसभा में कहा है कि एनपीआर ही एनआरसी का आधार होगा तो ये भाजपाई कितना गलत बोलकर गुमराह करेंगे. इनके छिपे उद्देश्यों का अब भंडाफोड़ हो चुका है. सीएए, एनआरसी, एनपीआर जनता के लिए समस्या बनकर आई है. यह सामाजिक न्याय की अवधारणा के खिलाफ साजिश है.


सपा मुखिया ने हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपीने उत्तर प्रदेश को बीमारी का घर बना दिया है और आयुष्मान भारत योजना फर्जी है. 70 लाख लोगों को निःशुल्क इलाज कहां से मिल गया जबकि जन औषधि केन्द्रों में पर्याप्त दवाइयां ही उपलब्ध नहीं हैं.


'जनता को भ्रमित करने को अपनी सफलता मानती है भाजपा'


उन्होंने सवाल किया कि बेहतर सड़क, शिक्षा, परिवहन और चिकित्सा सुविधाएं कहां है? किसानों और नौजवानों की जिंदगी में अंधेरा छाया है. ये कैसा भ्रमजाल है या तो सरकार भ्रमित है अथवा जनता को भ्रमित करने को अपनी सफलता मानती है.


दमन के सहारे चलाई जा रही है सत्ता


उन्होंने कहा कि सुशासन, विकास और सबके विश्वास की बातें तो बीजेपीनेता बढ़ चढ़कर करते हैं पर सच्चाई यह है कि बीजेपीमें सेवा का संस्कार ही नहीं है. हर व्यक्ति मुश्किल में फंसा है. सुशासन का अर्थ तो सरकारी दखल कम होने का है लेकिन यहां तो दमन के सहारे सत्ता चलाई जा रही है. बीजेपीखुद ही जनता के लिए समस्या बन गई है.


अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि भारत अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ और आत्मविश्वास से भरा हुआ सन् 2020 में प्रवेश कर रहा है. लेकिन अर्थव्यवस्था मंदी से घिरी है, किसानों की आत्महत्या थम नहीं रही है. उन्होंने कहा कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जायेगी. मंहगाई चरम पर है और बेरोजगारी भी बेलगाम है.


सपा नेता ने कहा कि भारत की जनता ने बीजेपी की यह चुनौती स्वीकार कर ली है. अब उत्तर प्रदेश की जनता की भी चुनौती है कि वह बीजेपीके धोखा का जवाब देगी और उसके साथ किए गए छल को चुनौती देगी.


यूपी में सीएए के खिलाफ हिंसा पर NHRC ने यूपी के डीजीपी से मांगा जवाब


झारखंड के नतीजों के बाद आरजेडी कार्यकर्ताओं को लालू यादव का संदेश, बिहार में कड़ी मेहनत करें