बहराइच: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि भाजपा डराकर और नफरत की दीवारें खड़ी कर राजनीति करती है जबकि नफरत की खाई को पाटने का काम महागठबंधन कर रहा है.


अखिलेश ने बहराइच, श्रावस्ती और कैसरगंज लोकसभा सीटों से सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशियों के समर्थन में एक जनसभा में कहा, 'पांच साल जनता का काम नहीं कर सकी सरकार अब वोट के लिए मजबूत सरकार और आतंकवाद की दुहाई दे रही है.' उन्होंने पूछा कि आतंकवाद के खिलाफ भी इस कथित मजबूत सरकार ने क्या किया? हर दिन एक जवान शहीद हो रहा है और सवाल पूछने वाले को राष्ट्र विरोधी कह डालते हैं.


अखिलेश ने कहा कि सपा-बसपा ने मिलकर बनारस में ऐसा दांव चला कि आतंकवाद खत्म करने का दम भरने वाली सरकार वहां एक सिपाही से घबरा गयी. अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार ने साजिश करके कागजों में कमी बताकर उसे चुनाव नहीं लड़ने दिया.


उन्होंने कहा कि वो सिपाही तो सरकार से फौजियों को मिलने वाली पतली दाल, बासी रोटी, घटिया वर्दी व घटिया जूते-मोज़े आदि से संबंधित सवाल भर पूछना चाहता था, लेकिन भाजपा वाले उसे नहीं झेल सके.


अखिलेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी जाति के नाम पर देश को धोखा दे रहे हैं. बीजेपी वाले प्रधानमंत्री को पहले पिछड़ा कहते थे, अब अति पिछड़ा बता रहे हैं. सही कागज चेक कर लो तो कुछ भी नहीं निकलेगा.


पूर्व मुख्यमंत्री ने गोण्डा की चुनावी जनसभा में कहा, 'पिछले पांच वर्षों में केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने केवल धोखा दिया है और झूठ बोला है. अब देश की जनता उनसे गिन गिनकर हिसाब लेगी.' सपा नेता ने सवाल किया कि किसानों को लाभकारी मूल्य देने का वायदा, दो करोड़ बेरोजगारों को नौकरियां, गरीबों के खाते के 15 लाख रुपए कहां गए.


उन्होंने कहा कि इसके विपरीत महंगाई बढ़ी है. डीजल, खाद आदि की कीमतें बढ़ने से किसान बदहाल हो गए हैं.


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