महोबा ट्रेन हादसा: CM योगी आदित्यनाथ ने मांगी रिपोर्ट, मुआवजे का किया ऐलान
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों हुए कई संदिग्ध रेल हादसों को ध्यान में रखते हुए महोबा ट्रेन हादसे की वजह पता लगाने के लिए कहा. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस दुर्घटना की व्यापक छानबीन रेल मंत्रालय अपने स्तर से कराएगा लेकिन प्रदेश में पिछली कई संदिग्ध रेल दुर्घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक को दुर्घटना के कारणों की जानकारी प्राप्त कर उन्हें अवगत कराने के निर्देश दिए हैं.’’
घायल यात्रियों के समुचित इलाज के निर्देश
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने इन दोनों अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की है कि घायलों के इलाज-राहत और बचाव कार्य में हरसम्भव मदद उपलब्ध करायी जाए.’’ योगी ने महोबा ट्रेन दुर्घटना को दु:खद बताते हुए घायल यात्रियों के समुचित इलाज के निर्देश दिए. उन्होंने गम्भीर रूप से घायलों के लिए पचास-पचास हजार रुपए और मामूली रूप से घायलों के लिए पच्चीस-पच्चीस हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
योगी ने प्रमुख सचिव (चिकित्सा और स्वास्थ्य) अरुण कुमार सिन्हा को भी विभागीय मंत्री के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों के मुकम्मल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. सिन्हा भी मौके पर पहुंच गये हैं.
रेल हादसा: रेलवे ने घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया
रेलवे ने महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन के आज पटरी से उतर जाने की वजह से गंभीर रूप से जख्मी हुए लोगों को 50,000 रूपये और मामूली रूप से जख्मी हुए लोगों को 25,000 रूपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) दलजीत चौधरी ने कहा कि हादसे में 52 मुसाफिर जख्मी हुए हैं जबकि रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि 21 यात्री घायल हुए हैं जिनमें से एक की हालत गंभीर है.
हादसे की वजह से इस रुट पर रेल यातायात बाधित
रेलवे ने जबलपुर-निजामुद्दीन महाकौशल एक्सप्रेस के आज तड़के उत्तर प्रदेश में महोबा के पास पटरी से उतर जाने की घटना के जांच के आदेश दिए हैं. पहली नजर में रेलवे ट्रैक पर दरार हादसे की वजह लग रही है. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना की वजह से मार्ग पर रेल यातायात बाधित हो गया और 14 ट्रेने बाधित हुई हैं.
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना की सूचना मिलते ही घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था एवं राहत तथा बचाव कार्य पर निगाह रखने के लिए प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को मौके पर पहुंचने के लिए कहा. सिंह दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.
दुर्घटना में 60 से अधिक लोग हुए थे घायल
आपको बता दें कि इससे पहले 2016 में कानपुर के निकट रूरा में अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर चुके हैं. इस दुर्घटना में 60 से अधिक लोग घायल हो गये थे. इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे भी 2016 में ही कानपुर के निकट पुखरायां में पटरी से उतर चुके हैं. इस हादसे में 150 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी थी और 200 अन्य घायल हो गये थे.