नई दिल्ली: बीजेपी से नाराज चल रहे योगी सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात करने के लिए अमित शाह ने उन्हें दिल्ली बुलाया है. दोनों नेताओं के बीच दोपहर दो बजे मुलाकात होगी. इससे पहले सोमवार को राजभर ने कहा था कि अगर अमित शाह ने राज्सभा चुनाव को लेकर बात नहीं की तो उनके चार विधायक वोट नहीं करेंगे. बीजेपी गठबंधन धर्म नहीं निभा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि योगी सरकार में दलित-पिछड़ों की उपेक्षा हो रही है. राजभर की इस नाराजगी ने बीजेपी के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं.





बता दें कि राजभर की पार्टी एनडीए की सहयोगी है. ओमप्रकाश राजभर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा था, ''निकाय चुनाव में हमने बीजेपी से सीटें मांगीं. नहीं दी गई. मैं अकेले लड़ा. वो चाहते हैं कि पार्टी (बीजपी) में शामिल हो जाएं. मैं पार्टी में नहीं जाऊंगा. चुनाव में एक बार भी नहीं पूछा गया. मंच पर पार्टी का नाम तक नहीं लिया जाता है.''


राज्यसभा चुनाव के लिए 23 मार्च को वोट डाले जाएंगे. ऐसे में ओम प्रकाश राजभर के बागी तेवर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकती है. बीजेपी ने 9 उम्मीदवार उतारे हैं. 8 उम्मीदवार के लिए बीजेपी के पास पर्याप्त वोट है. यूपी में एक राज्यसभा सीट के लिए 37 विधायकों के वोट की जरूरत होती है. बीजेपी के पास कुल 324 विधायक हैं यानी 8 सदस्यों के चुने जाने के बाद उसके पास 24 वोट ज्यादा होंगे. अगर बीजेपी को अपना नौंवा उम्मीदवार भी जिताना है तो उसे राजभर के चार विधायकों के वोट की जरूरत होगी.


ओम प्रकाश राजभर ने कहा, ''हम एनडीए की सहयोगी हैं लेकिन बीजेपी गठबंधन धर्म नहीं निभा रही है. मैंने कई बार अपनी चिंता से अवगत कराया है. लेकिन ये लोग 325 सीटें लेकर पागल होकर घूम रहे हैं.''