बरेली: टेरर फंडिंग मामले में एटीएस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुएबरेली के इज़्ज़तनगर से सिराजुद्दीन और फहीम को गिरफ्तार किया हैं.एटीएस की गिरफ्त में आये अन्य आरोपी उम्मेद अली, एराज, समीर सलमानी और संजय अग्रवाल की जानकारी के आधार पर दोनों को किया बरेली से गिरफ्तार किया गया. इस मामले में अब तक 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. दोनों आरोपियों के पास से एक कार और तीन मोबाइल बरामद हुए हैं.


दोनों आरोपी मुमताज और सदाकत के जरिये बाहर के देशों से आई रकम नेपाली खातों में जमा करवाते थे. 5 फीसदी कमीशन पर नेपाल के खातों से रकम निकालकर भारतीय मुद्रा में बदला जाता था.


बता दें 11 अक्टूबर को चार संदिग्ध आतंकियों को इंडो नेपाल सीमा से निघासन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था. जिन्हें बाद में एचीएस के हवाले कर दिया गया. सभी आरोपियों के पास से इंडियन और नेपाली करेंसी भी बरामद हुई थी. साथ ही कई देशों के सिम कार्ड भी मिले थे. पुलिस के अनुसार उक्त चारों आरोपी विदेशों से पैसे मंगवा कर भारत में आतंकवाद की गतिविधियों पर उस धन का इस्तेमाल करते थे.


निघासन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के मोबाइल से जो कॉल रिकॉर्डिंग मिली थी उसमें या जानकारी मिली है सभी आरोपी और इन से जुड़े लोग मनी एक्सचेंज को लेकर कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे नेपाली मनी को नूरा और भारतीय मनी को भूरा कोड वर्ड से कहा जाता था.


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