यूपी: बीजेपी प्रमुख ने की मोदी सरकार की सराहना, कहा- गरीब सवर्णो को आरक्षण देने का प्रावधान स्वागत योग्य
महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि जनता में नाराजगी कम करना या ज्यादा करना, ये विषय नहीं है. अटल जी ने 2003 में आयोग बनाया था मनमोहन सरकार ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था, उसी कड़ी को हमारे प्रधानमंत्री ने आगे बढ़ाया है.
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय ने केंद्र सरकार द्वारा सवर्णो के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किए जाने को सराहा है. उन्होंने कहा कि कहा कि ओबीसी और अनुसूचित जातियों को प्राप्त आरक्षण को बिना नुकसान पहुंचाए गरीबों को इसका लाभ देना बहुत सम्मानजनक है. उन्होंने कहा, "आज हमें कहने में गर्व का अनुभव हो रहा है कि मोदी जी ने 2014 में जो 56 इंच का सीना का प्रयोग किया था. वह बिल्कुल ठीक कहा था. कोई नापने के लिए नहीं, बल्कि कड़े और साहसिक निर्णय लेने के लिए कहा था. मोदी ने बड़े-बड़े फैसले लिए, 70 -72 वर्षों से इस देश में आरक्षण या अन्य सुविधाओं से वंचित गरीबों का क्या दोष है, उन पर मोदी जी ने साहसिक कदम लिया है."
उन्होंने कहा कि "जनता में नाराजगी कम करना या ज्यादा करना, ये विषय नहीं है. अटल जी ने 2003 में आयोग बनाया था मनमोहन सरकार ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था, उसी कड़ी को हमारे प्रधानमंत्री ने आगे बढ़ाया है."
पांडेय ने कहा कि "बीजेपी सीबीआई के काम में हस्तक्षेप नहीं करती, जांच एजेंसी अपना काम कर रही है. मायावती जिन गुंडों की छाती पर चढ़ने का दावा करती थीं, उनको गले लगा लिया और अब दोनों दल गलबहियां करके प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं."
बता दें कि सर्वणों को आर्थिक आधार पर 10% आरक्षण देने वाला बिल लोकसभा में पेश कर दिया गया है. केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद्र गहलोत ने लोकसभा में संविधान संशोधन विधेयक पेश किया. सांसदों को तीन पेज का बिल पढ़ने के लिए दिया गया. जानकारी के मुताबिक शाम पांच बजे बिल पर चर्चा होगी. राजनीतिक पार्टियों से चर्चा में हिस्सा लेने वाले सांसदों के नाम भी ले लिए गए हैं.
बता दें कि ये संविधान का 124वां संशोधन है. बिल पास करवाने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर रखी है, लोकसभा में बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को मौजूद रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया. इसके साथ ही राज्यसभा का कार्यकाल भी एक दिन के लिए बढ़ाया गया है.