नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्मृति ईरानी के करीबी कार्यकर्ता और चुनाव प्रचार में अक्सर उनके साथ दिखाई देने वाले बीजेपी कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. सुरेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने सुरेंद्र के अर्थी को कंधा दिया.

जानकारी के मुताबिक सुरेंद्र सिंह स्मृति ईरानी की जीत का जश्न मनाकर घर लौटे थे. तभी कुछ अज्ञात बदमाश उनके घर पहुंचे और उन्हें गोली मार दी. आनन-फानन में परिजन सुरेंद्र सिंह को ट्रामा सेंटर लखनऊ ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है और गांव में कोहराम मचा हुआ है. इस मामले में 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है.

बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान भी थे सुरेंद्र सिंह

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में पर्याप्त मात्रा में फोर्स तैनात कर दी गई है और पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सुरेंद्र सिंह उस बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान भी थे, जहां चुनाव प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी ने जूते बांटे थे. गोली लगने के बाद सुरेंद्र सिंह को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.

यह वही बरौलिया गांव है जिसको गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मनोहर पारिकर ने गोद लिया था और उसका विकास किया था. अभी हाल में ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में जूता बांटने का मुद्दा छाया हुआ था जिसे कांग्रेस पार्टी ने अमेठी का अपमान बताया था. इस मुद्दे के कारण यह गांव लगातार चुनाव में छाया रहा.

अमेठी के अपर पुलिस अधीक्षक दया राम ने बताया कि जामो थाना क्षेत्र के बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी है.

उन्होंने बताया कि बाइक सवार बदामशों ने घर के बाहर सो रहे सुरेंद्र सिंह पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी. घायल पूर्व प्रधान को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया. जहां डाक्टरों ने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ ले जाते वक्त रास्ते में सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई. दया राम ने बताया कि दो लोगों को हिरासत मे लिया गया है, घटना की जांच जारी है.