मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश बोर्ड की 12 वीं की परीक्षा में कम अंक मिलने से निराश एक छात्रा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि छात्रा ने एक चलती ट्रेन के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली.


पुलिस ने बताया कि छात्रा उत्तर प्रदेश बोर्ड की 12 वीं की परीक्षा में कम मिलने को लेकर चिंतित थी. बोर्ड परीक्षा के नतीजे रविवार को घोषित किए गए.


शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.


12वीं में 72 तो 10वीं में 75 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास


बता दें कि 10वीं में जहां 75.16 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं वहीं 12वीं में 72.43 फीसदी स्टूडेंट्स उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं. हाईस्कूल की परीक्षा में इलाहाबाद की अंजलि वर्मा (96.33%) ने टॉप किया है जबकि इंटर में फतेहपुर के रजनीश शुक्ला (93.20%) और बाराबंकी के आकाश मौर्या (93.20%) ने टॉप किया है.


छह फरवरी से लेकर 12 मार्च तक बोर्ड एग्जाम हुए थे. 10वीं क्लास के तकरीबन 37 लाख और 12वीं क्लास के 29 लाख से ज़्यादा छात्रों ने एग्जाम दिया था. हालांकि इस बार रिकॉर्ड 11 लाख 32 हजार स्टूडेंट्स ने परीक्षा बीच में ही छोड़ दिया था.


बोर्ड के इतिहास में यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी तादात में स्टूडेंट्स ने बीच में ही इम्तहान छोड़ दिया था. योगी सरकार और यूपी बोर्ड के अफसरों ने दावा किया है कि नकल पर सख्ती की वजह से इतनी बड़ी तादात में छात्रों ने परीक्षा छोड़ी थी.