यूपी: देवरिया के एक स्कूल क्लर्क ने अपने घर को बनाया परीक्षा केंद्र, खुलेआम लिखी जा रही थीं कॉपियां
उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में करीब 56 लाख विद्यार्थी भाग ले रहे हैं. राज्य सरकार ने मॉनिटरिंग यूनिट को सेट अप करने के साथ ही परीक्षा केंद्रों के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाए हैं. बोर्ड ने 938 केंद्रों की पहचान 'संवेदनशील' और 395 केंद्रों की पहचान 'अति-संवेदनशील' के रूप में की है.
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के एक स्कूली क्लर्क ने राज्य की बोर्ड परीक्षाओं में 12वीं के विद्यार्थियों को नकल कराने के लिए अपने घर को ही परीक्षा केंद्र बनाया हुआ था. पुलिस ने इस बात की जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि इस सिलसिले में ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आरोपी क्लर्क फरार है.
सूत्रों ने कहा कि क्लर्क जिस निजी स्कूल में कार्यरत था, वहां से कुछ दूरी पर स्थित उसके घर पर छापेमारी की गई. यहां से मुहरे लगी कई उत्तर पुस्तिकाएं मिली. नकल से बचने के लिए सुरक्षा के मद्देनजर मुहर का इस्तेमाल किया जाता है.
पुलिस ने कहा कि 'टेस्ट सॉल्वर्स' की एक टीम मुहर लगी उत्तर पुस्तिकाओं पर काम करती, जिसे बाद में इन्हें विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं में जोड़ दिया जाता. अचानक से छापेमारी करने जब पुलिस क्लर्क के घर पर पहुंची, तो उन्होंने देखा की वहां कुछ लोग बैठकर प्रश्न हल कर रहे हैं और उनके पास प्रश्न पत्र भी मिला.
पुलिस ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया. इसमें लड़के और लड़कियां क्लर्क के घर में बैठे दिखाई दे रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि वह यहां क्या कर रहे हैं, एक लड़की ने कहा, "हम परीक्षा के प्रश्न-पत्र हल कर रहे हैं."
पुलिस ने कहा कि वह इस बात को पहचानने की प्रक्रिया में है कि क्या स्कूल के अन्य कर्मचारी भी इसमें शामिल थे. कथित तौर पर पास कराने के लिए क्लर्क को रुपये देने वाले कम से कम दो छात्रों की पहचान कर ली गई है.
इस बार की बोर्ड की परीक्षा में पिछले साल की तुलना में एक लाख 88 हजार 638 परीक्षार्थी कम सम्मिलित हो रहे हैं. नकल पर सख्ती बनाए रखने के लिए बोर्ड ने पहली बार परीक्षा कक्षों को सीसीटीवी कैमरों और वायस रिकार्डर लगाने के बाद अब ब्रॉडबैंड व राउटर से जोड़ा है. संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर एसटीएफ, एलआईयू और पुलिस की भी मदद ली जा रही है.
7784 परीक्षा केंद्रों पर 56 लाख सात हजार 118 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की परीक्षा में इस बार प्रदेश भर में बनाए गए 7784 परीक्षा केंद्रों पर 56 लाख सात हजार 118 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं. इनमें 395 केन्द्रों को अतिसंवेदनशील जबकि 938 केन्द्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है. पिछली बार प्रदेश भर में 8354 परीक्षा केन्द्र बनाये गए थे. इस बार की परीक्षा में हाईस्कूल में 30 लाख 22 हजार 607 परिक्षार्थी और इंटर में 25 लाख 84 हजार 511 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. पिछले वर्ष हाई स्कूल में 31 लाख 92 हजार 587 परीक्षार्थी और इंटर में 26 लाख तीन हजार 169 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे थे. इस तरह पिछले साल की तुलना में इस साल एक लाख 88 हजार 638 परीक्षार्थी कम शामिल हुए.
एक लाख 90 हजार सीसीटीवी कैमरों से हो रही है परीक्षा केन्द्रों की निगरानी इस बार हाईस्कूल की परीक्षाएं 12 दिन और इंटर की परीक्षाएं 15 दिन तक चलेंगी. यूपी बोर्ड की परीक्षायें दो पालियों में आयोजित की जा रही हैं. इस बार परीक्षा केन्द्रों को ब्रॉडबैंड और राउटर से भी जोड़ दिया गया है, जिससे परीक्षा केन्द्रों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग हो रही है. सभी परीक्षा केन्द्रों पर कुल मिलाकर एक लाख 90 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं, जिनकी लखनऊ स्थित निदेशक के शिविर कार्यालय से सीधे मॉनिटरिंग की जा रही है.
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