लखनऊः नकल विहीन परीक्षा के भारी-भरकम दावों के बीच उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं में नकल के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं. इसके अलावा इंटरमीडिएट इंग्लिश का पेपर लीक हो गया. जो सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा. इस पर संज्ञान लेते हुए कमिश्नर ने पर्चा लीक होने के जांच के आदेश दे दिए हैं.


अकेले बस्ती जिला ही शिक्षा विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है. 26 फरवरी को यहां कप्तानगंज इलाके के एक स्कूल में इंटरमीडिएट के इंग्लिश के पेपर के दौरान सामूहिक नकल का मामला सामने आया है. इसके साथ ही बस्ती के दुबौलिया इलाके में इकनॉमिक्स के एग्जाम से पहले ही प्रश्नपत्र के पैकेट के साथ छेड़छाड़ करने की घटना सामने आई है. दोनों ही मामले में केंद्र व्यवस्थापक समेत सात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.


बुधवार को कप्तानगंज इलाके के श्रीराम प्यारे चौधरी इंटर कॉलेज में सामूहिक नकल की सूचना पर ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीना ने छापेमारी की कार्रवाई की. छापे में सीसीटीवी जांच में परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल होने की पुष्टि हुई है. सीसीटीवी फुटेज से साफ हो गया कि क्लास रूम में निरीक्षक खुद छात्रों को नकल करा रहे थे. इसके बाद उत्तर पुस्तिका का मिलान किया गया जिसमें नकल की पुष्टि हो गई. मामले में केंद्र व्यवस्थापक और निरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है.


इसके साथ ही दुबौलिया इलाके में राकेश कुमार मिश्रा, मीरा देवी इंटर कॉलेज केवटली में केन्द्र व्यवस्थापक और परीक्षा प्रभारी की मिलीभगत से 3 मार्च को दूसरी पाली में होने वाले इंटरमीडिएट इकनॉमिक्स के प्रश्नपत्र के पैकेट के साथ छेड़छाड़ किये जाने की शिकायत सही पाई गई है. इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक ब्रज भूषण मौर्य की शिकायत पर केन्द्र व्यवस्थापक समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.


यही नहीं बस्ती जिले में ही इंटरमीडिएट के अंग्रेजी सब्जेक्ट के प्रश्नपत्र और आंसर शीट सोशल मीडिया पर वायरल होने की खबर फैली तो शिक्षा विभाग के अफसरों के हांथ-पांव फूल गए. कमिश्नर अनिल सागर ने बताया कि सोशल मीडिया पर पेपर कहां से वायरल हुआ, इसकी जांच के आदेश अधिकारियों को दे दिए गए हैं.


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