लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी बोर्ड में उत्तीर्ण हुए छात्रों बधाई देते हुए टॉप-11 छात्रों को लैपटॉप देने का ऐलान किया है. एसपी नेता ने ट्वीट कर लिखा, "यूपी बोर्ड में उत्तीर्ण हुए सभी छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई! हाईस्कूल और इंटर दोनों परीक्षाओं में मेरिट लिस्ट में जो सर्वप्रथम 11-11 छात्र-छात्राएं आये हैं, हम उन्हें अपनी तरफ़ से लैपटॉप देकर उनका उत्साहवर्धन करेंगे." अखिलेश ने अपनी सरकार में बारहवीं पास बच्चों को लाखों लैपटॉप बांटे थे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी टॉप-10 छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने की घोषणा कर चुके हैं.





यूपी चुनाव में बीजेपी ने लैपटॉप देने का वादा किया था

यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने भी इंटर पास बच्चों को फ़्री लैपटॉप देने का वादा किया था. पार्टी के मैनिफ़ेस्टो ‘लोक संकल्प पत्र’ में भी ये लिखा हुआ है. बीजेपी ने तब कहा था “बच्चों को लैपटॉप के साथ साथ 1 जीबी का डाटा कार्ड भी मुफ़्त मिलेगा.” लेकिन योगी सरकार के साल भर पूरे होने के बाद अब तक ये वादा पूरा नहीं हुआ है. किसानों की क़र्ज़ माफ़ी पर ही राज्य सरकार को 36 हज़ार करोड़ रूपयों का इंतज़ाम करना पड़ा. वैसे योगी सरकार ने 10-10 टॉपर बच्चों के गांव तक सड़क बनाने का एलान किया है.

समाजवादी पार्टी ने 2012 के विधान सभा चुनाव में लैपटॉप देने का वादा किया था. अखिलेश यादव जब सीएम बने तो बारहवीं पास बच्चों को लैपटॉप दिए गए. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एसपी पर एक ख़ास सम्प्रदाय के बच्चों को ही लैपटॉप देने का आरोप लगाया था. चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार के बाद अखिलेश सरकार ने लैपटॉप बांटना बंद कर दिया था. लेकिन बाद में टॉपर छात्र छात्राओं को लैपटॉप दिए गए.

12वीं में 72 तो 10वीं में 75 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास

बता दें कि 10वीं में जहां 75.16 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं वहीं 12वीं में 72.43 फीसदी स्टूडेंट्स उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं. हाईस्कूल की परीक्षा में इलाहाबाद की अंजलि वर्मा (96.33%) ने टॉप किया है जबकि इंटर में फतेहपुर के रजनीश शुक्ला (93.20%) और बाराबंकी के आकाश मौर्या (93.20%) ने टॉप किया है.

छह फरवरी से लेकर 12 मार्च तक बोर्ड एग्जाम हुए थे. 10वीं क्लास के तकरीबन 37 लाख और 12वीं क्लास के 29 लाख से ज़्यादा छात्रों ने एग्जाम दिया था.  हालांकि इस बार रिकॉर्ड 11 लाख 32 हजार स्टूडेंट्स ने परीक्षा बीच में ही छोड़ दिया था.


बोर्ड के इतिहास में यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी तादात में स्टूडेंट्स ने बीच में ही इम्तहान छोड़ दिया था. योगी सरकार और यूपी बोर्ड के अफसरों ने दावा किया है कि नकल पर सख्ती की वजह से इतनी बड़ी तादात में छात्रों ने परीक्षा छोड़ी थी.


टॉपर्स की कॉपियां सार्वजनिक होंगी
योगी सरकार ने 10वीं और 12वीं के टॉप-10 टॉपर्स की एग्जाम कॉपियां बोर्ड की वेबसाइट के जरिए सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है. पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में पहली बार ऐसा कोई कदम उठाया गया है.  इसी तरह कापियां जांचने का काम भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुआ था.


यह पहला मौका है जब यूपी बोर्ड के नतीजे अप्रैल महीने में ही घोषित हो रहे हैं. इस बार दसवीं और बारहवीं क्लास की मेरिट में टॉप टेन स्थान पर रहने वाले स्टूडेंट्स की कापियां सार्वजनिक करने का फैसला लिया गया है. मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स की कापियां इंटरनेट के जरिये ऑनलाइन कर सार्वजनिक की जाएंगी.