कानपुर: यूपी बोर्ड के 12th के रिजल्ट में प्रदेश में चौथा स्थान पाने वाले शुभम दीक्षित ने कानपुर का गौरव बढ़ाया है. शुभम ने सफलता के पीछे नक़ल विहीन परीक्षा को बताया है और इसका श्रेय प्रदेश की बीजेपी गवर्मेंट को दिया है. उन्होंने कहा यदि नक़ल विहीन परीक्षा नहीं होती तो यह इतनी बड़ी सफलता नहीं मिल सकती थी. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मै बहुत प्रभावित हूं क्यों कि वो समाज को आइना दिखाने वाले लीडर हैं. शुभम आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहते है.
ओंकारेश्वर इंटर कालेज जवाहर नगर इंटर कालेज ता छात्र है शुभम
रायपुरवा थाना क्षेत्र स्थित देव नगर में रहने वाले सुनील दीक्षित का टेंट हाउस का बिजनेस है. परिवार में पत्नी नीलम दीक्षित बड़ी बेटी सुभी और बेटे शुभम दीक्षित के साथ रहते हैं. शुभम ओंकारेश्वर इंटर कालेज जवाहर नगर इंटर कालेज में इंटर का छात्र है. शुभम ने 12th में प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया कर शहर ,स्कूल और अपने परिवार का नाम रोशन किया है. बेटे की इस सफलता से पूरा परिवार खुश है.
शुभम ने योगी सरकार को दिया धन्यवाद
शुभम ने बताया कि प्रदेश में मेरा चौथा स्थान है मैंने 92 प्रतिशत अंक हासिल किया है.इसके लिए मै प्रदेश की योगी सरकार को धन्यवाद देता हूं क्यों नक़ल विहीन परीक्षा का नाम सुनकर लाखो छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी. वह सिर्फ नक़ल के बल पर ही पास होना चाहते थे लेकिन 2018 में जो परीक्षा हुई वह कैमरों की नजर में संपन्न हुई. बहुत ही सख्त हालात में परीक्षा संपन्न कराई गई. इस बार नक़ल कराने वालों ने भी हाथ खड़े कर दिए जिसकी वजह से जो पढ़ने वाले स्टूडेंट थे उन्हें इसका लाभ मिला. यही वजह है कि मैंने यूपी में चौथा स्थान पाया है.
कॉलेज के टीचर करते थे मोटिवेट
शुभम दक्षित ने बताया कि मेरे कॉलेज के टीचरों ने मुझे बहुत मोटिवेट किया वह छोटी-छोटी चीजो पर नजर रखते थे. जैसे वह कहते थे कि आप को राइटिंग को कैसे सुधारना है ,सभी सब्जेक्ट कितना महत्त्व रखते हैं. पीसीएम सब्जेक्ट के आलावा हमारा फोकस हिंदी और इंग्लिस में भी था जबकि फिजिक्स मेरा फेवरेट सब्जेक्ट है. एग्जाम के वक्त मैंने ज्यादा रात तक पढ़ाई नही की है ,मै सिर्फ रात में ग्यारह बजे तक ही पढ़ता था और एग्जाम के वक्त पूरी भरपूर नींद लेता था. मेरा कोर्स कई बार रिविजन हो चुका था,मैं सिर्फ रिविजन करता था इसके आलावा और कुछ नहीं.
सिविल एग्जाम की तैयारी करना चाहता है शुभम
शुभम ने बताया कि मै आईआईटी कानपुर से बीटेक करने के बाद सिविल एग्जाम की तैयारी करना चाहता हूं. आईएएस बनकर समाज व् देश की सेवा करना चाहता हूं ,अपने पैरेंट्स का नाम रोशन करना चाहता हूं. मेरे पैरेंट्स मेरा बहुत ही ज्यादा सपोर्ट करते हैं. मेरी सिस्टर कम्पटीशन की तैयारी कर रही है वह मुझे समय-समय पर गाइड करती रहती हैं. मेरे पापा मुझे हमेसा यही बात सिखाते है कि कुछ ऐसा काम करो जिससे परिवार का मान सम्मान बढ़े.
12th में चौथी रैंक पाने वाले शुभम दीक्षित बोले नकल विहीन परीक्षा की वजह से मिली सफलता
एबीपी न्यूज
Updated at:
30 Apr 2018 09:03 AM (IST)
शुभम ने कहा कहा- अगर नक़ल विहीन परीक्षा नहीं होती तो यह इतनी बड़ी सफलता नहीं मिल सकती थी. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मै बहुत प्रभावित हूं क्यों कि वो समाज को आइना दिखाने वाले लीडर हैं. शुभम आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहते है.
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