इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश सेकेंडरी एजुकेशन काउंसिल जल्द ही 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस में योग शिक्षा को शामिल कर सकता है. इस बात का प्रस्ताव 26 अप्रैल को होने वाली काउंसिल की बैठक में पेश किया जाएगा.


काउंसिल के सचिव शैल यादव के अनुसार, सिलेबस समिति की बैठक में जो सुझाव आए हैं, उसके आधार पर विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड के सामने रखा जाएगा. बोर्ड से मंजूरी के बाद इसे सरकार को भेजा जाएगा. वहां मंजूरी मिल गई तो बदली हुआ सिलेबस जुलाई से शुरू होने वाले नए शैक्षिक सत्र में लागू कर दिया जाएगा.


उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद 25 हजार से अधिक स्कूलों के एक करोड़ छात्रों को योग की शिक्षा मिलनी शुरू हो जाएगी.


योग के पाठ्यक्रम को लेकर परिषद के अफसरों ने योगगुरु स्वामी रामदेव के पतंजलि योगपीठ से भी राय ली है. काउंसिल के मुताबिक, कक्षा 9 से 12 तक नैतिक शिक्षा, खेल एवं शारीरिक शिक्षा नाम से 50 नंबर का एक अनिवार्य पेपर होता है. इसके अंक रिजल्ट में नहीं जोड़े जाते हैं.


विद्यार्थियों को नंबर के बजाय ग्रेड दिया जाता है. इसी पेपर के तहत योग को भी रखा गया है. 10वीं स्तर पर 50 में छह और 12वीं स्तर पर पांच अंक योग के लिए हैं.