लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा के स्तर में सुधार करने और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के मकसद से अगले वित्त वर्ष से 'कन्या सुमंगला योजना' शुरू कर रही है.


वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में 2019-20 का बजट पेश करते हुए कहा, 'बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा के स्तर में वृद्धि करने, उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने और महिलाओं के प्रति सोच में सकारात्मक परिवर्तन लाने एवं उनके प्रति सम्मान की भावना जागृत करने के उद्देश्य से आगामी वित्तीय वर्ष से कन्या सुमंगला योजना लाई जा रही है.'


उन्होंने बताया कि इसके लिए 1,200 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित है.


अग्रवाल ने बताया कि पुष्टाहार कार्यक्रम के लिए 4,004 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जबकि निराश्रित विधवाओं के भरण-पोषण और उनके बच्चों की शिक्षा के लिए अनुदान के मद में 1,410 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है.


उन्होंने बताया कि आँगनवाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को मानदेय के भुगतान के लिए 1,988 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है जबकि नेशनल न्यूट्रिशन मिशन के लिए 335 करोड़ रुपये और शबरी संकल्प अभियान हेतु 200 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था की गयी है.


बजट में किशोरी बालिका योजना हेतु 156 करोड़ रुपये और महिला सम्मान कोष के लिए 103 करोड़ 70 लाख रुपये की व्यवस्था है.