नई दिल्ली: केंद्र सरकार के अंतरिम बजट के बाद सबकी नजरें यूपी के बजट पर हैं.उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र की आज हंगामेदार शुरुआत हुई. राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्यों ने उनकी ओर कागज के गोले उछाले और नारेबाजी की.


राज्यपाल ने 11 बजे  सदन में जैसे ही अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. उन्होंने 'राज्यपाल वापस जाओ' के नारे लगाये और राम नाईक की तरफ कागज के गोले फेंके.

हालांकि राज्यपाल की ओर फेंके गये कागज के गोले उन तक नहीं पहुंच सके और सुरक्षाकर्मियों ने फाइल कवर के सहारे उन्हें रोक लिया.

विपक्षी सदस्यों के लगातार शोरगुल के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ना जारी रखा और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में सिलसिलेवार ब्यौरा पेश किया.

समाजवादी पार्टी ने वेल में आकर बैनर और प्लेकर्ड लहराये. बता दें कि सत्र में दोनों सदनों का संयुक्त संबोधन होगा.

लोकसभा चुनाव करीब होने की वजह से ये बजट सत्र बहुत अहम माना जा रहा है. विपक्ष ने गठबंधन का एलान कर दिया है. इसका असर सदन में भी देखने को मिलेगा.

योगी सरकार 7 फरवरी को अपना बजट पेश कर सकती है. कहा जा रहा है कि  इस बार यूपी सरकार का बजट 5 लाख करोड़ के पार जाएगा.

एक सर्वदलीय बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र के दौरान उचित चर्चा सुनिश्चित करने के लिए विपक्ष से सरकार का सहयोग करने का आग्रह किया. वहीं विपक्षी दलों ने सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि अगर सरकार जनहित के मुद्दों को नहीं सुनती है तो वे अपनी आवाज उठाएंगे.

विधानसभा के दोनों सदनों के संयुक्त बैठक में राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के साथ शुरू होने वाला यह सत्र 22 फरवरी तक जारी रहने की संभावना है. लोकसभा चुनावों के साथ-साथ, यह बजट विशेष रूप से महिलाओं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और बेरोजगार युवाओं के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर केंद्रित होगा.