यूपी उपचुनाव: लखनऊ कैंट से अपर्णा का टिकट कटा, मेजर आशीष होंगे सपा प्रत्याशी
2017 में लखनऊ कैंट विधानसभा सीट पर छोटे भाई की पत्नी अपर्णा यादव के लिए अखिलेश- डिंपल यादव ने प्रचार किया था. पहली बार राजनीतिक मैदान में उतरी अपर्णा यादव की टक्कर बीजेपी की रीता बहुगुणा से थी. उस चुनाव में अपर्णा हार गई थीं.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) ने लखनऊ कैंट विधानसभा उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को टिकट न देकर मेजर आशीष चतुर्वेदी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है और कानपुर की गोविंदनगर सीट से सम्राट विकास को चुनाव मैदान में उतारा है. शुक्रवार को इसकी जानकारी पार्टी की ओर से दी गई. पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस बार अपर्णा का टिकट दूसरे प्रत्याशी को दे दिया. साल 2017 में लखनऊ कैंट सीट से अपर्णा ही सपा प्रत्याशी रही थीं. उस चुनाव में अपर्णा भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थीं.
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने विधानसभा चुनाव-2017 में पार्टी के सिर्फ तीन प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया था. वे तीन थे- लखनऊ कैंट से अपर्णा यादव, इटावा के जसवंतनगर से शिवपाल सिंह यादव और जौनपुर के मल्हनी से पारसनाथ यादव.
प्रयागराज से सांसद डॉ़ रीता बहुगुणा जोशी पहले प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं. उनके सांसद बनने के बाद खाली हुई लखनऊ कैंट सीट से कांग्रेस व बसपा के प्रत्याशियों ने गुरुवार को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है, जबकि भाजपा ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.
सपा ने उपचुनाव वाली 12 सीटों में से अभी तक पांच के लिए ही प्रत्याशी घोषित किया है. पार्टी ने फिरोजाबाद के टूंडला विधानसभा से महराज सिंह धनगर, बलहा (सुरक्षित) सीट से किरण भारती और सहारनपुर के गंगोह विधानसभा क्षेत्र से चौधरी इंद्रसेन को प्रत्याशी बनाया है. न्यायालय में मामला विचाराधीन होने के कारण टूंडला में फिलहाल मतदान नहीं होना है. विधानसभा उपचुनाव में 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित होंगे.
यूपी: गर्दिश में आज़म खान के सितारे, पुलिस ने इन मामलों में फिर चस्पा किये नोटिस
यूपी: हमीरपुर की हार में भी जीत देख सकती है समाजवादी पार्टी
बिहार और यूपी में भारी बारिश का अनुमान, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट