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यूपी: आर्थिक मंदी से निपटने के लिए केंद्र ने उचित कदम उठाए, पर वो काफी नहीं- मायावती
मायावती ने कहा कि भीषण गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, कर्मचारियों की देश भर में हो रही छंटनी व तनाव-हिंसा आदि से पीड़ित देश की करोड़ों मेहनतकश जनता को तत्काल राहत देने के लिए दीर्घकालीन उपायों के साथ-साथ तत्काल राहत व रोजगार देने वाले कदम उठाने की भी जरूरत है.
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आर्थिक मंदी के खतरे से उबरने के संबंध में केंद्र द्वारा उठाए गए कदम को सही बताया है. मायावती ने ट्वीट किया, "देश में भीषण गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, तनाव आदि से पीड़ित करोड़ों जनता को अब आर्थिक मंदी की मार के खतरे के संबंध में 18 अगस्त को बसपा द्वारा की गई मांग को संज्ञान में लेकर केंद्र ने कल कुछ जरूरी कदम उठाए हैं. अच्छी बात है, पर यह काफी नहीं है. केंद्र को अभी निश्चिंत नहीं हो जाना चाहिए."
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अक दुसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा, "भीषण गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, कर्मचारियों की देश भर में हो रही छंटनी व तनाव-हिंसा आदि से पीड़ित देश की करोड़ों मेहनतकश जनता को तत्काल राहत देने के लिए दीर्घकालीन उपायों के साथ-साथ तत्काल राहत व रोजगार देने वाले कदम उठाने की भी जरूरत है. केंद्र इसे पूरी गंभीरता से ले." बता दें कि केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को बाजार में आई सुस्ती को दूर कर अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने का ब्लूप्रिंट लेकर देश के सामने आई थीं. सीतारमण ने इस दौरान अलग-अलग सेक्टर्स, उद्योग और आम आदमी को मंदी से राहत देने वाली कई घोषणाएं की. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पिछले 70 सालों के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. इस बात पर इतना हंगामा हुआ कि आज वित्त मंत्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी.यूपी: कुंभ के लिए UP पुलिस को मिला 'फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग' अवार्ड
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प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
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