मथुरा: मथुरा में 10 दिन तक चलने वाला रंगोत्सव कार्यक्रम मंगलवार को लड्डूमार होली के साथ शुरू होगा. बरसाना की इस प्रसिद्ध लड्डूमार होली में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. अपने तय कार्यक्रम के हिसाब से वो पांच घंटे मथुरा में रहेंगे. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. वहीं बरसाना के श्री जी मंदिर में मुख्यमंत्री योगी के आने के पहले लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं. इसी मंदिर से लड्डू की होली की शुरुआत होगी. उसके पहले बड़ी संख्या में अलग-अलग जगह से आए लोग मंदिर में दर्शन कर रहे हैं. रंग उड़ा रहे हैं.
तय कार्यक्रम के हिसाब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर बरसाना स्थित राधा बिहारी इंटर कॉलेज के हेलीपैड पर उतरेंगे. यहां से वह 11 बजे श्रीजी मंदिर बरसाना में राधारानी के दर्शन करेंगे. इसके बाद वह वापस राधा बिहारी इंटर कॉलेज में आयोजित रंगोत्सव कार्यक्रम में भाग लेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री बरसाना स्थित माताजी गोशाला में हेलीकॉप्टर से जाएंगे. वह यहां अत्याधुनिक पशु चिकित्सालय का लोकार्पण करेंगे. दो बजे मुख्यमंत्री वृंदावन के लिए रवाना होंगे. यहां टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर में वृंदावन के संतों के साथ बैठक करेंगे.
वृंदावन से मुख्यमंत्री अपराह्न साढ़े तीन बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंचकर यहां दर्शन करेंगे. शाम चार बजे वह वृंदावन के पवनहंस हेलीपैड से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे. मथुरा जिले में मंगलवार को मुख्यमंत्री करीब पांच घंटे तक रुकेंगे. गौरतलब है कि बरसाने के लाडली मंदिर से लड्डू की होली शुरू होती है. इस दिन राधा-कृष्ण के भक्त एक दूसरे पर लड्डू, रंग और गुलाल उड़ाते हैं. वैसे तो पूरे देश में रंगों का त्योहार मनाया जाता है.
मगर राधा-कृष्ण की नगरी मथुरा, वृंदावन में होली की शुरुआत 8 दिन पहले ही हो जाती है. बरसाने के लाडली मंदिर से लड्डू की होली शुरू होती है. लाडली मंदिर में लड्डू होली वाले दिन राधा-कृष्ण के भक्त एक दूसरे पर लड्डू, रंग और गुलाल उड़ाते हैं. लड्डू होली में शिकरत लेने के लिए विदेशों से राधा-कृष्ण के भक्त मथुरा, वृंदावन आते हैं.
पूरी दुनिया में सिर्फ मथुरा और वृंदावन में खेली जाने वाली अनोखी और खास लड्डू होली की कहानी बहुत रोचक है. ऐसी मान्यता है कि इस होली की शुरुआत श्रीकृष्ण के बालपन से हुई थी. मान्यताओं के अनुसार, जब भगवान श्रीकृष्ण और नंदगांव के सखाओं ने बरसाना में होली खेलने का न्योता स्वीकार कर लिया था.
न्योता मिलने की खुशी में नंदगांव के सखाओं ने एक दूसरे को लड्डू खिलाकर मुंह मीठा किया था. इस दौरान कुछ सखाओं ने लड्डू से होली भी खेली थी. इसके बाद से ही लड्डू होली हर साल धूमधाम से मनाई जाती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार आज भी मथुरा, वृंदावन के मंदिरों में लड्डू होने वाले दिन भक्त पहले राधा रानी मंदिर के सेवायत पर लड्डू फेंकते हैं. राधा रानी और कृष्ण को लड्डू अर्पित करने के बाद भक्त एक दूसरे पर लड्डू फेंकते हैं, नाचते हैं और गुलाल लगाते हैं.
ये भी पढ़ें-
कोरोना वायरस: राजधानी दिल्ली में सामने आया पहला मामला, इटली से लौटे शख्स में संक्रमण