नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे वोटबैंक में कोई सेंध नहीं लगा सकता. प्रदेश की 22 करोड़ जनता हमारा साथ देगी. जैसे विधानसभा चुनाव में दिया था.. और वो हमारे साथ है. संगठन का काम अलग है और सरकार का काम अलग है. सरकार के रूप में आप पार्टी के नाम पर योजना नहीं शुरू कर सकते, ये लोकतंत्र का मजाक है.
मुख्यमंत्री ने यह विचार रविवार को एबीपी न्यूज द्वारा आयोजित 'शिखर सम्मेलन' कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है जब कोई सरकार एक साल से भी कम समय में लोगों को घर देने में कामयाब हो रही है. गरीबों को आवास योजना की योजना का सही प्रकार से क्रियान्वयन हो रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार के एजेंडा में किसान शामिल हैं. हमने गेहूं की फसल की खरीद और गन्ने की फसल की खरीद कर किसानों के लिए काम किया. योगी ने कहा कि प्रदेश की जनता खराब कानून व्यवस्था और जोड़तोड़ की राजनीति से परेशान रही है. लेकिन हमें अब जनता को इससे निजात दिलानी है.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था को भी बहाल करने में कामयाब हुई है. अपराधी कानून के भय से अब राज्य से पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं और कर भी रहे हैं.
योगी ने कहा कि मायावती-अखिलेश यादव गठबंधन नहीं है बल्कि सौदेबाजी है. हम हर प्रकार से इसके लिए तैयार हैं लेकिन पहले मायावती-अखिलेश अपना नेता तैयार करें. राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट हर दिन सुनवाई की बात कर रहा है. हमें कोर्ट पर यकीन रखना चाहिए. राम जन्मभूमि का मुद्दा राजनीतिक नहीं आस्था का मुद्दा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 1200 से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं और एक भी गलत नहीं. अगर सामने से गोली चल रही है तो पुलिस भी गोली चलाएगी. हम पुलिस को हाथ बांधकर खड़ा होने के लिए नहीं कह सकते. उन्होंने कहा कि कासगंज को दंगा नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के एक साल के कार्यकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ और मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हमारी सरकार के दौरान प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हो सकता.