लखनऊ: आज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन है. आज वे 47 साल के हो गए हैं. इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के तमाम छोटे-बड़े नेताओं ने उन्हें मुबारकबाद दी है. योगी आदित्यनाथ का खास किस्म का भगवा पहनावा, कानों में कुण्डल और देशभर में गोरखनाथ पीठ से जुड़े उनके भक्त उन्हें खास बनाते हैं. गोरखनाथ पीठ की शाखाएं देश भर में फैली हैं और यही वजह है कि पूरे देश में योगी आदित्यनाथ की पहचान फायर ब्रांड लीडर के अलावा हिंदुत्व के पोस्टर ब्वॉय की भी है. चलिए उनके बारे में आपको कुछ और बातें बताते हैं.

शुरुआती जीवन

5 जून 1972 को उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश था) के पौड़ी जिला स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव के राजपूत परिवार में योगी आदित्यनाथ का जन्म हुआ था. इसके बाद साल 1977 में उन्होंने टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल में पढ़ाई शुरू की. स्कूल और कॉलेज सर्टिफिकेट में इनका नाम अजय सिंह है. यहां से योगी आदित्यनाथ ने 10वीं की परीक्षा पास की.



ऐसे बने सन्यासी

इसके बाद साल 1989 में ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की. ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते हुए एबीवीपी से जुड़े. कोटद्वार के गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित में बीएससी की परीक्षा पास की. गणित में एमएससी की पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर रिसर्च करने गोरखपुर आए. यहां गोरक्षनाथ पीठ के महंत अवैद्यनाथ की नजर अजय सिंह/आदित्यनाथ पर पड़ी. बाद में अजय सांसारिक मोहमाया त्यागकर पूर्ण संन्यासी बन गए, जिसके बाद उनका नाम योगी आदित्यनाथ हो गया.



सियासी सफर

1998: योगी आदित्यनाथ सबसे पहले गोरखपुर से चुनाव बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर लड़े और जीत गए. तब उनकी उम्र महज 26 साल थी. इसके बाद 1999 में वह फिर गोरखपुर से दोबारा सांसद चुने गए. अप्रैल 2002 में योगी ने हिन्दू युवा वाहिनी बनायी. 2009 में योगी आदित्यनाथ 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे.

2014 में पांचवीं बार दो लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर सांसद चुने गए. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने योगी आदित्यनाथ से पूरे राज्य में प्रचार कराया. बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला और फिर 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुनकर मुख्यमंत्री का ताज सौंप दिया गया. 20 मार्च 2017 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.