नई दिल्लीः दिल्ली के निजामुद्दीन में लोगों के धार्मिक कार्यक्रम में इकट्ठा होने के बाद इसकी सीमा से सटे उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका है. निजामुद्दीन पश्चिम में हुए तब्लीगी जमात के आयोजन में करीब 1400 लोग शामिल हुए और इसके बाद इनमें से करीब 24 लोग कोरोना पॉजिटिव गए हैं और आशंका है कि कई और लोग कोरोना वायरस के संक्रमण की जद में आ सकते हैं.


अब इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपात बैठक बुलाई और उन्होंने राजधानी लखनऊ में मीटिंग की है. बता दें कि कल ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा का हवाई सर्वे भी किया था और आज उनका मेरठ, आगरा और गाजियाबाद का दौरा था लेकिन योगी आदित्यनाथ ने अपना दौरा रद्द कर दिया और गाजियाबाद से ही वापस लौट गए. निजामुद्दीन के मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम योगी ने ये फैसला लिया.


बताया जा रहा है कि तब्लीगी जमात के मरकज में जिन हजारों लोगों ने हिस्सा लिया उनमें से काफी बड़ी संख्या में लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में वापस जा चुके हैं और कुछ लोग यूपी वापस आए होंगे. अब जब इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कुछ लोग कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए हैं तो उन सभी राज्यों के लिए खतरा पैदा हो गया है जहां इसमें शामिल होने वाले लोग गए थे. उत्तर प्रदेश भी उन्हीं में शामिल है. लिहाजा सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा है कि जल्द से जल्द उन लोगों की लिस्ट बनाई जाए जो निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे.


बताया जा रहा है कि दक्षिण कोरिया की तर्ज पर निजामुद्दीन में भी रणनीति के साथ पूरे इलाके के लोगों का कोरोना वायरस का टेस्ट किया जाएगा. दक्षिण कोरिया में एक चर्च में मास प्रेयर के बाद उस पूरे इलाके के लोगों की कोरोना वायरस की टेस्टिंग हुई थी.