अचानक बीजेपी के दफ्तर पहुंचे सीएम योगी, निकाय चुनाव में बीजेपी के नुकसान पर हुई चर्चा
इस बार निकाय चुनाव में हजारों लोग मतदान नहीं कर पाए. वोटर लिस्ट से उनके नाम गायब मिले. बीजेपी सांसद कलराज मिश्र और साक्षी महाराज के साथ ऐसा ही हुआ. यूपी के कई शहरों में वोटर लिस्ट में नाम न होने को लेकर ख़ूब हंगामा हुआ. मीटींग में इस बात पर चिंता जताई गई.
लखनऊ: गुजरात जाने से पहले योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अचानक बीजेपी ऑफिस पहुंच गए. वहां डेढ़ घंटे तक बैठक चली. पार्टी के संगठन मंत्री सुनील बंसल, प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडे और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा भी इस मीटिंग में शामिल हुए. इलाहाबाद में रहने के कारण दूसरे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बैठक में नहीं पहुंच पाए. डेढ़ तक बीजेपी के बड़े नेताओं ने कई मुद्दों पर माथापच्ची की.
वोटर लिस्ट से लोगों के नाम गायब, बीजेपी को हुआ नुकसान
इस बार निकाय चुनाव में हजारों लोग मतदान नहीं कर पाए. वोटर लिस्ट से उनके नाम गायब मिले. बीजेपी सांसद कलराज मिश्र और साक्षी महाराज के साथ ऐसा ही हुआ. यूपी के कई शहरों में वोटर लिस्ट में नाम न होने को लेकर ख़ूब हंगामा हुआ. मीटिंग में इस बात पर चिंता जताई गई. सबकी यही राय थी कि इससे बीजेपी को ही नुकसान हुआ.
इस बार राज्य के 16 बड़े शहरों में मेयर के चुनाव हो रहे हैं. मीटिंग में कहा गया कि वोटर लिस्ट पर पार्टी और सरकार दोनों की नजर होनी चाहिए थी. निकाय चुनाव में बीजेपी के लिए कहां और कैसे वोटिंग हुई, कहां जीतेंगे और कहां हार सकते है, सीएम योगी ने इन मुद्दों पर चर्चा की.
उपचुनाव को लेकर भी हुई चर्चा
यूपी में कानपुर देहात के सिकंदरा में विधानसभा के लिए उपचुनाव हो रहे हैं. बीजेपी विधायक की मौत के बाद ये सीट ख़ाली हुई है. यहां से पार्टी का उम्मीदवार किसे बनाया जाए, इस पर भी चर्चा हुई.
फूलपुर और गोरखपुर में भी लोकसभा के उपचुनाव होने हैं. अभी चुनाव आयोग ने इसके लिए तरीखों का एलान नहीं किया है. सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर और डिप्टी सीएम बनने के बाद केशव मौर्य ने फूलपुर सीट छोड़ दी थी. सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल को लेकर भी मीटिंग में बातें हुईं.