गोंडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया और मौके पर जाकर कई पीड़ितों को राहत सामग्री भी बांटी. उन्होंने गोंडा और बाराबंकी जिलों में बाढ़ पीड़ितों के लिए चलाए जा रहे राहत कार्यो का जायजा भी लिया और स्थानीय अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. गोंडा के तरबगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बरौली बाबामठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पूरी तरह समर्पित हैं और युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य कर रही है.





मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अभी तक आपदा के कारण होने वाली कई घटनाएं आपदा के दायरे में नहीं आती थीं, लेकिन अब सर्पदंश, गैस रिसाव, बोरवेल में गिरने से मौत पर व जंगली जानवरों के हमले से हुई मौत को भी आपदा के दायरे में लाने का काम किया गया है। इन घटनाओं से होने वाली मौतों पर पर मृतक के परिवारीजनों को चार लाख रुपये की सहायता दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि गोंडा के 1244 आपदा पीड़ितों को मुख्यमंत्री आवास और 188 वनटांगिया परिवारों को आवास के लिए पहली किस्त जारी कर दी गई है. प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि आवास योजना की राशि का वितरण जनप्रतिनिधियों से कराएं. योगी ने कहा कि विकास कार्य सरकार की प्राथमिकता में हैं और किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा.

योगी ने बाराबंकी में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात भी की और उनका हालचाल जाना. उन्होंने पीड़ितों से पूछा कि राहत सामग्री मिल रही है या नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार सभी की मदद के लिए लगातार प्रयास कर रही है.

योगी ने कहा कि मंत्री, विधायक और सांसद, सभी बाढ़ राहत कार्य में जुटे हुए हैं. बाढ़ को लेकर जो भी प्रस्ताव आए हैं, उन पर सरकार तेजी से काम कर रही है. 'हमारा लक्ष्य होन चाहिए कि प्रत्येक पीड़ित तक राहत सामग्री पहुंचे.'