लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वास जताया है कि गुरुवार से राज्य में शुरू हो रहे कोरोना जांच अभियान से संक्रमण के मामले भले ही बढ़ेंगे लेकिन मौत के मामले कम होंगे. मुख्यमंत्री ने बुधवार को 'संचारी रोग नियंत्रण दस्तक अभियान' की शुरुआत करते हुए कहा कि डेंगू, चिकुनगुनिया और मलेरिया जैसे संचारी रोगों के लिए भी इंसेफेलाइटिस नियंत्रण जैसी ही मुहिम की जरूरत है.
योगी ने कहा कि मेरठ मंडल के छह जिलों मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़ और बागपत में कोरोना जांच का विशेष अभियान शुरू हो रहा है. बाकी 17 मंडलों में यह पांच से 15 जुलाई के बीच चलाया जाएगा. इस अभियान में हर नागरिक की मेडिकल स्क्रीनिंग होगी.
इंसेफेलाइटिस से मौत की संख्या घटी
मुख्यमंत्री ने संचारी रोगों की रोकथाम के लिये इंसेफेलाइटिस उन्मूलन अभियान जैसी ही मुहिम बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि 2016 और 2017 में प्रदेश में सिर्फ इंसेफेलाइटिस से ही 600 से ज्यादा मौतें हुई थीं लेकिन 2018-19 के आंकड़ों को देखें तो उनकी संख्या में लगातार गिरावट आयी है और 2019 में यह संख्या 126 पर आ गयी.
उन्होंने कहा, "मेरा अनुमान है कि इस साल कोरोना वायरस के कारण जिस तरह से स्वच्छता और जनजागरूकता के व्यापक कार्यक्रम चलाये गये, उससे हम मौत के मामलों को आधे से भी कम करने में सफल हो सकते हैं. ऐसी बीमारी जिसने पिछले 40 साल के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में हजारों बच्चों को निगल लिया. उस बीमारी को 60 फीसदी कम करने और मौत के आंकड़ों को 90 प्रतिशत तक कम करने में सफलता प्राप्त हो, यह अपने आप में एक उपलब्धि है."
मुख्यमंत्री ने कहा कि यही स्थिति हमें डेंगू, मलेरिया, कालाजार और डायरिया समेत सभी संक्रामक रोगों के लिए बनानी पड़ेगी. यह काम एक अभियान के तहत करना होगा. इसके लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में आज एक मुहिम शुरू की जा रही है.
"24 करोड़ लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं"
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस के खिलाफ बेहतर तरीके से लड़कर पूरे देश और दुनिया में उत्तर प्रदेश जैसे भारी-भरकम आबादी वाले राज्य में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास किया. कोरोना महामारी के इस दौर में भी प्रदेश के 24 करोड़ लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं फिर अपील करूंगा कि बचाव ही कोरोना का उपचार है. घर के बाहर निकलें तो मास्क का उपयोग जरूर करें. दो गज की दूरी बनाये रखना आवश्यक है. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. अगर हम यह करेंगे तो न सिर्फ कोरोना वायरस से, बल्कि अन्य तमाम तरह की बीमारियों से भी बचे रहेंगे. मैं आह्वान करूंगा कि हमें कोरोना वायरस से तो जंग जीतनी ही है, विषाणु और जलजनित बीमारियों पर भी अंकुश लगाने के लिये वर्तमान अभियान को भी सफल बनाना होगा.’’
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