लखनऊ: कोरोना संकट काल ने न सिर्फ देश की अर्थव्यस्था पर तगड़ा प्रहार किया है, बल्कि रोजगार को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है. रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक प्रदेश के अंदर हम लगभग एक करोड़ से अधिक उन रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाएं, जो प्रदेश के हर नागरिक के प्रत्येक हाथ को रोजगार दे सके.
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा रोजगार सृजन का एक बड़ा माध्यम बन सकता है. 23 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम प्रतिदिन 50 लाख लोगों को रोजगार दे सकें.
यूपी में स्किल के अनुरूप रोजगार देने की व्यवस्था संभव
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सबसे बड़ा कार्य है कि हम अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाएं और ऐसा तब ही संभव हो पाएगा, जब प्रत्येक ग्राम रोजगार सेवक पूरी मजबूती के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करेगा.
सीएम योगी ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर करीब 36 हज़ार ग्राम रोजगार सेवकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 225.39 करोड़ रुपये का मानदेय ट्रांसफर किया. उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग ने रोजगार सेवकों से जुड़ी हुईं समस्याओं का समाधान किया है. ये समस्याएं नवंबर 2016 से लंबित थीं. उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन के बड़े माध्यम हमारे बीच में ही मौजूद हैं, केवल संभावनाओं को तलाशने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि प्रवासी कामगार और श्रमिकों को विभिन्न स्थानों पर उनकी स्किल के अनुरूप रोजगार देने की व्यवस्था उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में संभव है. इस क्रम में हमने नीतियां बनाई हैं. कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए हमने रोड मैप तैयार किया है.
मनरेगा और महिला स्वयंसेवी समूहों की मदद से अर्थव्यवस्था को बल देने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, एमएसएमई सेक्टर में लाखों लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि प्रतिदिन 50 लाख लोग प्रदेश में मनरेगा के रोजगार के साथ जुड़ें. ऐसा करने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नया बल मिलेगा.
उन्होंने कहा कि हम लोग प्रतिवर्ष बेसिक शिक्षा परिषद में 1 करोड़ 80 लाख से अधिक बच्चों की यूनिफॉर्म और स्वेटर बनाते हैं, यह यूनिफॉर्म और स्वेटर बनाने का काम हम महिला स्वयंसेवी समूहों को दे सकते हैं. ऐसे कई कार्यों के लिए हम लोगों और महिला स्वयं सेवी समूहों को प्रेरित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग विभिन्न स्थानों पर नए-नए रोजगार और नई-नई संभावनाओं को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से कन्नौज के अश्वनी कुमार, वाराणसी की प्रेमलता, गोरखपुर के असित कुमार मिश्रा, हरदोई की जूली सिंह और प्रतापगढ़ के रविसेन सिंह से बातचीत की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को बधाई देते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया. कार्यक्रम में ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल, मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
रोजगार के मुद्दे पर CM योगी की बड़ी बातें
- ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा रोजगार सृजन बन सकता है बड़ा माध्यम: योगी आदित्यनाथ
- मुख्यमंत्री योगी ने 36 हजार ग्राम रोजगार सेवकों के 225.39 करोड़ रुपये का किया भुगतान
- योगी ने कहा - ऐसे रोजगारों की संभावनाओं को आगे बढ़ाएं, जो उत्तर प्रदेश के नागरिकों के प्रत्येक हाथ को रोजगार दिला सके
- प्रतिदिन 50 लाख लोगों को मनरेगा के साथ जोड़ने का हो प्रयास: योगी
- सभी लोगों को उनके स्किलिंग के माध्यम से दिया जा सकता है रोजगार: योगी