लखनऊ: यूपी में बीजेपी के खिलाफ बन रहे एसपी-बीएसपी के गठबंधन पर सीएम योगी ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि जिनकी जमीन खिसकी है वो लोग गलबहियां कर रहे हैं. मंत्री मोहसिन रजा ने भी कहा कि ये मजबूरी का गठबंधन है जिससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
आपको बता दें कि सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन का फॉर्मूला तय हो चुका है. इन दोनों पार्टियों के साथ राष्ट्रीय लोकदल भी गठबंधन में शामिल है. मायावती की पार्टी बीएसपी 38, अखिलेश की समाजवादी पार्टी 37 और आरएलडी 3 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. दो सीटें- रायबरेली और अमेठी में गठबंधन अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगा.
मायावती और अखिलेश की कांग्रेस से पिछले कुछ दिनों में नाराजगी बढ़ी है. पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव में तीनों पार्टियां अलग-अलग होकर चुनाव लड़ी थीं. चुनाव के बाद मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने का एलान किया था. अखिलेश ने भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस को समर्थन दिया है.
हालांकि अखिलेश और मायावती दोनों ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी. जबकि समारोह में विपक्षी दलों के कई नेता शामिल हुए थे. अखिलेश, राहुल गांधी की प्रधानमंत्री उम्मीदवारी को भी खारिज कर चुके हैं. पिछले दिनों टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की पहल पर हुई बैठक में भी मायावती और अखिलेश शामिल नहीं हुए.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होना विपक्षी एकता पर बड़ा सवालिया निशान लगाता है. सूबे में अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक लोकसभा सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को पांच, कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं वहीं बीएसपी का खाता भी नहीं खुल पाया था. गोरखपुर, कैराना, फूलपुर लोकसभा उपचुनाव और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत से एसपी-बीएसपी-आरएलडी का हौसला बढ़ा हुआ है.