कानपुर: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में 20 घाटों का जीर्णोद्धार किया. उन्होंने एलान किया कि 15 दिसंबर के बाद गंगा में एक भी गंदा नाला नहीं गिरेगा. सख्त लहजे में अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि 15 दिसंबर से पहले इस काम को पूरा कर लें. मुझे यह जानकारी नहीं मिलनी चाहिए कि कहीं पर भी नाला गंगा में गिर रहा है. उन्होंने प्रदेश की जनता से किया वादा किया कि निर्मल और अविरल गंगा प्रयाग तक बहेगी.


सोमवार को मुख्यमंत्री ने 20 घाटों को शहर की जनता को सौंप दिया. इस दौरान उन्होंने मंच से अपने संबोधन में कहा कि मैनें नितिन गडगरी को इस बात के आस्वस्त कर रहा हूं कि जनवरी 2019 में प्रयाग राज में कुम्भ का आयोजन है. मैंने प्रदेश सरकार के सभी अधिकारियों के सामने एक डेड लाइन घोषित की है कि 15 दिसंबर से गंगा में कोई भी गन्दा नाला नहीं गिरेगा. 15 दिसंबर तक जितनी भी एससीपी नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत पूरी हो सकती है उन्हें 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाए. जो बचती हैं वहां पर बायो रेमिडेशन विधि को लागू करते हुए अन्य जो भी आवश्यक उपाय हैं उन्हें लागू करते हुए बंद किया जाए. बिजनौर से बलिया तक जितने भी नाले हैं सब बंद होने चाहिए.


योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे के तहत 20 हजार करोड़ रूपए की परियोजना 2500 किलोमीटर तक गंगा की इस धारा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए उपलब्ध कराई है. गंगा की अविरलता आज भी हम सभी के लिए चुनौती है. उत्तर प्रदेश में गंगा 1000 किलो मीटर की दूरी तय करती है. उत्तर प्रदेश को सबसे उर्वरा भूमि बनाने में गंगा यमुना और बहने वाली नदियों का विशेष योगदान है.


हमने प्लान तैयार किया है कि गंगा और यमुना के तटवर्ती इलाको में हर एक किलोमीटर की दूरी पर तालाब बनाना है. वहा वृक्षा रोपण करना है, तालाब बनेंगे तो वहां का जलस्तर सुधेरगा. यह हमारी योजनाओ में शामिल है, इस सम्बन्ध में हमने नितिन गडगरी से भी चर्चा की है. हम आने वाली पीढ़ी को गंगा की वो अविरल निर्मल धारा देंगे जैसे भागीरथ ने दिया था. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के दिन हमने प्रदेश में 9 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा है. इसमें सरकार के साथ-साथ समाजसेवी संस्था,साधू संत सभी का सहयोग होगा.