लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दावा किया कि राज्य में पहली बार उनकी सरकार परीक्षाओं में नकल को रोकने में कामयाब हुई है और इसमें शिक्षकों और अभिभावकों का भी सहयोग मिला है.


योगी ने डॉक्टर राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में मेधावी छात्रों के सम्मान समारोह में कहा "हमने परीक्षाओं को नकल मुक्त बनाने के लिए शिक्षकों-छात्रों के बीच संवाद स्थापित कराया. इस काम में हमें प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, अभिभावकों और शैक्षणिक संस्थाओं का भरपूर सहयोग भी मिला.” उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के दौरान राज्य सरकार की सख्ती की वजह से पांच लाख छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ी. जांच में पता लगा कि इन छात्र-छात्राओं का एकमात्र मकसद गलत तरीके से दाखिला लेने का होता था.


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के कुल 1,695 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया.


योगी ने कहा कि शिक्षा मात्र डिग्री इकट्ठा करने का माध्यम नहीं है बल्कि इससे व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करने में मदद मिलती है और यह एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने का आधार भी है.


यूपी बोर्ड 2019-20 की हाईस्कूल और इंटर परीक्षा की तारीख भी घोषित


बता दें कि वर्ष 2020 में होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है. इस बार ये परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होंगी. इनमें पहले से ज्यादा करीब 55 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. हाईस्कूल की परीक्षा 12 दिन और इंटर की परिक्षाएं 15 दिनों के अंदर खत्म हो जाएंगी. उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम 15 मार्च से शुरू कर मात्र 10 दिन के अंदर खत्म कर लिया जाएगा और 20 से 25 अप्रैल तक परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे.


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