लखनऊ: मॉब लिंचिंग और गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा को रोकने के एक प्रयास के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि गौ सेवा आयोग को गायों का परिवहन कराने वालों को प्रमाण पत्र देना चाहिए और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि गायों के परिवहन के दौरान जो इन प्रमाण पत्रों को साथ लेकर चलेंगे, उन्हें पुलिस की ओर से सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.


गौ सेवा आयोग की एक बैठक में योगी ने कहा कि आयोग को गायों की अवैध तस्करी और गोशालाओं की नियमित जांच करनी चाहिए.


उन्होंने कहा कि गायों की सुरक्षा और संरक्षा का अत्यधिक महत्व है और वित्त के मामले में गौशालाओं के निर्माण को आत्मनिर्भर बनाया जाना चाहिए.


मुख्यमंत्री के मुताबिक, "खाद का उत्पादन और गौमूत्र का संरक्षण किया जाना चाहिए, ताकि बाद में इन्हें बेचा जा सके. अन्य उत्पादों को भी बेचा जा सकता है."


योगी आदित्यनाथ ने मवेशियों की नस्ल में सुधार की आवश्यकता बताई और कहा कि आने वाले सालों में यह फायदेमंद साबित होगा.


योगी ने कहा कि आयोग द्वारा यह देखा जाना चाहिए कि गो संरक्षण स्थलों यथा निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों, गोशालाओं आदि में गायों की उचित देखभाल की जा रही है. आयोग यह भी देखे कि गोवंश तस्करी एवं अवैध बूचड़खानों का संचालन न हो. गोवंश सहित पशुओं के प्रति होने वाली क्रूरता को भी रोका जाए. आयोग के पदाधिकारी इसके लिए प्रशासन और सामाजिक संगठनों की मदद से कार्य करें.