नई दिल्ली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेजी से तूल पकड़ते जा रहे साक्षी और अजितेश मामले की रिपोर्ट मांगी है. योगी ये जानना चाहते हैं कि कहीं इस मामले में कोई राजनीतिक साजिश तो नहीं है. दरअसल एक विधायक के वाट्सएप चैट वायरल होने के बाद योगी ने ये आदेश दिया है. साक्षी बरेली से बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा की बेटी हैं.


साक्षी मिश्रा और उनके पति अजितेश की सुरक्षा की मांग को लेकर दायर याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई है. इससे पहले आज हाई कोर्ट परिसर के अंदर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. हाई कोर्ट पहुंचे अजितेश से कुछ लोगों ने परिसर के अंदर मारपीट की. इसके बाद अजितेश ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि यहां हाई कोर्ट के अंदर साक्षी और मुझे मारा गया. उन्होंने इस मारपीट का आरोप वकीलों पर लगाया है.


अजितेश की पत्नी साक्षी से भी हुई धक्का-मुक्की


अजितेश ने कहा है कि हमला करने वालों ने साक्षी और उनके अलावा सुरक्षा मे तैनात पुलिस वालों पर भी किया हमला किया है. अजितेश से मारपीट के दौरान साक्षी ने अपने पति अजितेश को बचाने की कोशिश की, लेकिन उनके साथ भी धक्का-मुक्की हुई. इस मामले पर हाई कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए जिला प्रशासन से जवाब मांगा है.


चौंकाने वाली बात ये है कि साक्षी और अजितेश को पुलिस सुरक्षा दी गई है, उसके बावजूद कुछ लोगों ने अजितेश को पीट दिया. आरोप है कि जब इलाहाबाद हाई कोर्ट में अजितेश को पीटा जा रहा था, तब उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस मूकदर्शक बनी रही.


बता दें कि साक्षी और अजितेश ने शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए सुरक्षा की मांग करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी. याचिका में साक्षी और अजितेश ने सुरक्षा की मांग के लिए यह दलील दी है कि उनकी शादी से साक्षी के पिता नाखुश हैं, क्योंकि साक्षी एक ब्राह्मण है, जबकि अजितेश जाति से दलित है और इसलिए साक्षी के पिता से उनकी जान को खतरा है.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं साक्षी के वीडियो


याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से गुहार लगाई है कि पुलिस या राजेश मिश्रा उनके शांतिपूर्ण जीवन में खलल न डालें क्योंकि दोनों ही बालिग हैं और इन्होंने अपनी इच्छा से शादी की है. उल्लेखनीय है कि इन दिनों साक्षी मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है, जिसमें साक्षी इस शादी को लेकर अपनी बात रख रही हैं.