गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज से विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना कही जाने वाली 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' की शुरूआत की.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि अंतिम पायदान पर खड़े हुए व्यक्ति को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शुरू 'आयुष्मान भारत योजना' के पहले चरण में प्रदेश के एक करोड़ 18 लाख परिवार लाभान्वित होंगे. यानी करीब 6 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुरक्षा का लाभ मिलेगा.

उन्होंने इस योजना के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि 'आयुष्मान भारत' योजना जो दुनिया की सबसे बड़ी आरोग्य योजना है, इस योजना के प्रारंभ होने पर वह प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं देते है.

योगी ने कहा कि पहले एक गरीब उपचार के लिए अपना खेत बेचता था, घर बेचता था, जेवर गिरवी रखता था. मुझे लगता है अब किसी गरीब को अपना खेत और घर नहीं बेचना पड़ेगा, जेवर गिरवी नहीं रखने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में 'आयुष्मान भारत' योजना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी. हर गरीब को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल पाएगी.

उन्होंने जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आप सबको इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि 1 करोड़ 18 लाख परिवार पहले चरण में आयुष्मान भारत योजना में लाभान्वित होंगे और जो बचेंगे उनको भी हम इस योजना में लाने के लिए प्रदेश सरकार के मद से पैसा देंगे. इस योजना के माध्यम से प्रत्येक पात्र परिवार को 5 लाख रुपये का नि:शुल्क चिकित्सा बीमा कवर मिलेगा. यह योजना प्रधानमंत्री मोदी की स्वस्थ व समर्थ भारत की संकल्पना को साकार करने में सहायक होगी."

योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आमजन को सुविधापूर्वक व अच्छी चिकित्सीय सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने का काम भी किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से अब बीमार लाचार नहीं रहेगा उसका मुफ्त उपचार होगा.

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पांच लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड भी दिए. कार्यक्रम में मौजूद स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से उन गरीबों को लाभ मिलेगा जो पैसे न होने के कारण बीमारी का इलाज नहीं करवा पाते थे.