लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को 11वें स्मृति दिवस पर याद करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिवंगत समाजवादी नेता ने अपने जीवन में मूल्यों और आदर्शो के साथ कभी समझौता नहीं किया.


संसद में दिए गए उनके भाषणों के पर आधारित किताब 'राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर-संसद में दो टूक' (भाग दो) का लोकार्पण रविवार को विधानसभा स्थित सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने किया.

मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, "पूर्व पीएम चंद्रशेखर ने अपने जीवन में मूल्यों और आदर्शों के साथ कभी समझौता नहीं किया. चंद्रशेखर जी की सबसे बड़ी विशेषता थी कि भाषण लंबा न हो बल्कि भाषण छोटा हो और सटीक हो."

उन्होंने कहा कि देश के हित में, समाज के हित में और आम जन के हित में मुद्दों को उठाने में चंद्रशेखर संकोच नहीं करते थे. उनका कहना था कि अगर हौसला नहीं होगा तो एक भी फैसला नहीं होगा.

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे यूपी विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की एकता, अखंडता और उसके लोगों की शक्ति उस राष्ट्र के इतिहास से जुड़ी होती है, उसी से विकसित होती है, उसी से शक्ति सम्पन्न होती है. राष्ट्रीय जीवन में सभा और समितियों की उल्लेखनीय भूमिका रही है. ऐसी ही एक सभा (लोकसभा) ने देश के प्रख्यात नेता की उपस्थिति एवं विभिन्न विषयों पर स्पष्ट एवं दो टूक विचार हमें इतिहास का बोध कराते हैं.

दीक्षित ने कहा, "लोकार्पित की गई पुस्तक में चंद्रशेखर द्वारा सर्वोच्च पीठ के समक्ष उनके कहे शब्द संरक्षित हैं. इस पुस्तक के माध्यम से उनकी अनुभूति कर सकते हैं. हम सभी चंद्रशेखर की प्रेरणा को, उनके तेजस को अपने अंदर धारण करके भारत की सेवा कर सकते हैं."

इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एवं कई विधानसभा सदस्य उपस्थित थे.