बहराइच/गोण्डा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के गोण्डा, श्रावस्ती, बलरामपुर और बहराइच जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया. उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत में किसी भी तरह की कोताही माफ नहीं की जाएगी.


मुख्यमंत्री ने बहराइच की महसी तहसील के ऐरिया गाँव में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटने करने के बाद कहा कि बाढ़ पीड़ितों के प्रति उनकी पूरी संवेदना है और बहराइच सहित प्रदेश के जिन-जिन इलाकों में बाढ़ की आपदा आई है वहां सरकार युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य कर रही है. योगी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि बाढ़ राहत कार्य में किसी भी स्तर पर की गई कोताही को शासन अक्षम्य मानेगा और इस लापरवाही के लिए जो भी दोषी पाया जाएगा उसे कठोर सजा दिया जाएगा.


सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ की समस्या के स्थाई समाधान के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को योजना बनाने को कहा गया है. साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि बाढ़ और बरसात के तत्काल बाद बाढ़ बचाव के स्थाई समाधान के लिए कार्यक्रम शुरू हो जाने चाहिए.


मुख्यमंत्री ने महसी तहसील के 1068 बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी, 32 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का स्वीकृति पत्र और चार लोगों को 51-51 हजार रुपये गृह अनुदान के चेक प्रदान किए.


योगी ने गोण्डा में कहा कि राहत और बचाव कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आएगी. उन्होंने एल्गिन-चरसड़ी तटबंध के अक्सर कट जाने के मद्देनजर इसके स्थायी समाधान की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार ने लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. वह सोमवार को जिले के कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद पाल्हापुर बाढ़ राहत केन्द्र पर मौजूद जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे.


गौरतलब है कि उफनाई घाघरा, शारदा और राप्ती नदियों की बाढ़ से प्रदेश के बहराइच, गोण्डा, बाराबंकी, बलरामपुर और श्रावस्ती समेत अनेक जिलों में हजारों लोग प्रभावित हैं.