लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता बरकरार है और पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक हिस्सों में बारिश हुई. इस दौरान राज्य में वर्षाजनित हादसों में तीन और लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखीमपुर खीरी और गोण्डा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके स्थिति का जायजा लिया. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में मिर्जापुर, उन्नाव और कानपुर में वर्षाजनित हादसों में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई. इसके साथ प्रदेश में एक जुलाई से अब तक ऐसे हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 183 हो गई है.


प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून सक्रिय है. खासकर पूर्वी भागों में इसका ज्यादा असर बना हुआ है. पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पूर्वी इलाकों में ज्यादातर स्थानों पर वर्षा हुई. राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले एक सप्ताह से भी ज्यादा समय से हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं, जिससे अनेक इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.


40 जिलों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है


लखीमपुर खीरी से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री ने जिले के बाढ़ और कटान प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत सम्बन्धी निर्देश दिए. योगी ने कहा कि पिछले कई दिनों से प्रदेश में हो रही भारी बारिश से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की आशंका पैदा हो गई है. इस लिहाज से 40 जिलों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है.


मुख्यमंत्री ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके बाढ़ राहत की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि जिले में बाढ़ राहत के लिये 46 करोड़ रुपए की धनराशि जारी की गई है.


सरकार आपदा से प्रभावित लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है


गोण्डा से मिली रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री ने जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद एल्गिन-चरसड़ी तटबन्ध के पास पाल्हापुर बाढ़ राहत केंद्र पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की सरकार आपदा से प्रभावित लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है.


उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ के कारण किसी भी प्रकार की जनहानि कतई ना हो और पीड़ितों को जल्द से जल्द हर सम्भव मदद मुहैया कराई जाए


इस बीच, आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान शाहजहांपुर में सबसे ज्यादा सात सेंटीमीटर बारिश हुई. इसके अलावा गोरखपुर, बर्डघाट, भिनगा, छिबरामऊ, हरदोई, फरीदपुर और पूरनपुर में पांच-पांच सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई.


पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश के कारण राज्य के ज्यादातर स्थानों पर मौसम सुहावना बना रहा. राज्य के ज्यादातर मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया.


अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी हिस्सों में ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने का अनुमान


अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के पूर्वी हिस्सों में ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है. अगले दो दिन के दौरान पूरे राज्य में अनेक इलाकों में वर्षा हो सकती है.


केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से घाघरा, शारदा तथा सई समेत विभिन्न नदियों का रौद्र रूप बरकरार है.


खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं नदियां


घाघरा नदी का जलस्तर एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) और अयोध्या में खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है. वहीं तुर्तीपार (बलिया) में यह लाल निशान के नजदीक पहुंच चुकी है. शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां में खतरे के निशान से ऊपर बरकरार है। वहीं, शारदानगर में यह इस चिह्न के नजदीक बना हुआ है.


सई नदी रायबरेली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, लखनऊ में इसका जलस्तर लाल चिह्न के करीब है. गंगा नदी का जलस्तर नरौरा (बुलंदशहर), फर्रुखाबाद, अंकिनघाट (कानपुर देहात) और कानपुर में खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है. यमुना नदी प्रयागघाट (मथुरा) में इस निशान के करीब बह रही है.