वाराणसी: योगी ने किया संपर्क फॉर समर्थन, गढ़वा आश्रम पहुंच खिलाया गाय को चारा
अपनी वाराणसी दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत उन्होंने 'संपर्क फॉर समर्थन' से की. इसके तहत वे काशी के प्रबुद्ध जनों से उनके आवास पर जाकर मिले. इस दौरान वे गढ़वा घाट स्थित आश्रम भी गए. उन्होंने आश्रम में गायों को अपने हाथ से हरा चारा भी खिलाया.
वाराणसी: सीएम योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे हैं. पहले दिन उन्होंने पंचकोशी यात्रा की. ऐसा करने वाले वे यूपी के पहले सीएम बने. अपनी वाराणसी दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत उन्होंने 'संपर्क फॉर समर्थन' से की. इसके तहत वे काशी के प्रबुद्ध जनों से उनके आवास पर जाकर मिले. इस दौरान वे गढ़वा घाट स्थित आश्रम भी गए. उन्होंने आश्रम में गायों को अपने हाथ से हरा चारा भी खिलाया यह आश्रम यादवों का गढ़ माना जाता है. यहां पीएम नरेंद्र मोदी ने भी आकर गौ-सेवा की थी. 'संपर्क फॉर समर्थन' के तहत सीएम योगी ने प्रबुद्धजनों से मुलकात कर उन्हें मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल की जानकारी देने वाली बुकलेट भेंट की.
पीएम मोदी भी विधानसभा चुनावों के समय यहां आकर गौ-सेवा कर चुके हैं
सीएम योगी के वाराणसी में 'संपर्क फॉर समर्थन' अभियान का हाईलाइट रहा उनका यादवों के गढ़ माने जाने वाले गढ़वा आश्रम जाना. यहां पहुंचकर उन्होंने गायों को अपने हाथ से चारा खिलाया. ऐसे तो सीएम योगी के डेली रूटीन में गौ-सेवा शामिल है. लेकिन वाराणसी में उनके गढ़वा आश्रम में गाय की सेवा करने के कई राजनितिक मायने हैं. इससे पहले पीएम मोदी भी विधानसभा चुनावों के समय यहां आकर गौ-सेवा कर चुके हैं. माना जाता है कि यादवों एक गढ़ इस आश्रम में आने से ही बीजेपी को यादवों के वोट मिलने का माहौल बना था. अब 2109 लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने 'संपर्क फॉर समर्थन' अभियान शुरू किया है और इस अभियान में योगी गढ़वा आश्रम आना, अपने आप में बड़े मायने रखता है.
सीएम योगी ने सद्गुरु शरणानंद परमहंस महाराज से की मुलाकात
गढ़वा आश्रम पहुंच कर सीएम योगी ने सद्गुरु शरणानंद परमहंस महाराज से मुलाकात की. उन्होंने उनसे मोदी सरकार द्वारा किए गए विकास की चर्चा की और चार साल की उपलब्धियों पर तैयार बुकलेट भी सौंपी. बता दें, इस आश्रम में यूपी पूर्व सीएम और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, पूर्व राज्यपाल स्व रामनरेश यादव, राज्यपाल राम नाईक और अखिलेश यादव भी आ चुके हैं.
यादवों का गढ़ मना जाता है गढ़वा घाट आश्रम
बता दें, गढ़वा घाट आश्रम यादवों का गढ़ मना जाता है. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह के छोटे भाई और सपा नेता शिवपाल यादव का इस आश्रम से ख़ास जुड़ाव है. शिवपाल यादव की इस आश्रम पर अच्छी पकड़ भी मानी जाती है. इस आश्रम में मुलायम सिंह यादव से लेकर सपा के कई दिग्गज आकर पीठ के प्रमुख महंत स्वामी शरणानंद से आशीर्वाद लेने आते रहते हैं.
गढ़वा घाट आश्रम में यादव वोटरों की संख्या लगभग पौने दो लाख है
विधानसभा चुनावों के दौरान गढ़वा घाट आश्रम पहुंच कर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी यादव समाज को पार्टी से जुड़ने का सन्देश दिया था. अब 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए सीएम योगी ने यहां पहुंचकर यादव वोटबैंक को लुभाने की शुरुआत कर दी है. केवल वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में ही यादव वोटरों की संख्या लगभग पौने दो लाख की है. यादव वोटबैंक बीजेपी के लिए बहुत मायने रखता है. अगर पार्टी इस वोटबैंक को अपने पक्ष में करने में सफल हो गई तो वह विपक्षी एकता के किले को ढहाने में सफल हो सकती है. खासतौर से गोरखपुर, फूलपुर और कैराना के लोकसभा उप-चुनावों में मिली हार पार्टी के लिए खतरे की घंटी है. इन तीनों सीटों पर विपक्ष के एक साथ आ जाने के चलते बड़ी शिकस्त मिली है .
कई लोगों से मिले सीएम योगी
इसे पहले रविवार को सीएम योगी सबसे पहले सीनियर एडवोकेट राधेश्याम चौबे से मिलने उनके कैंट स्थित आवास पर पहुंचे. राधेश्याम चौबे की गिनती प्रदेश के जाने-माने वकीलों में होती है और वे यूपी बार काउंसिल के सदस्य भी रहे हैं. इसके बाद योगी काशी विद्यापीठ के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो सुरेन्द्र प्रताप से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. प्रो सुरेन्द्र प्रताप इस्पात मंत्रालय के राष्ट्रीय इस्पात उपभोक्ता परिषद के सदस्य भी हैं. इसके बाद योई ने देश के विख्यात ज्योतिषाचार्य चंद्रमौलि उपाध्याय से उनके आवास पर भेंट की.
अमिताभ बच्चन के करीबी माने जाते हैं चंद्रमौलि उपाध्याय
चंद्रमौलि उपाध्याय बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं. कहा जाता है अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की शादी के समय मांगलिक दोष का निवारण कर, उन्होंने ही इन दोनों की शादी बाबा विश्वनाथ के दरबार में कराई थी. साल 2017 में ऐश्वर्या राय के पिता कृष्णराज राय की मृत्यु के बाद जब उनकी अस्थियों को संगम में प्रवाहित किया गया, तब भी सभी धार्मिक अनुष्ठान चंद्रमौलि उपाध्याय की देख रेख में ही संपन्न हुए थे.
इसके बाद सीएम योगी पद्मश्री प्रो. सरोज चूड़ामणि गोपाल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. प्रो चूड़ामणि बीएचयू की जानी मानी पेडियेट्रिक सर्जन हैं. उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित भी किया है. वे छत्रपति शाहू जी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी की वाइस-चांसलर भी रही हैं. सर्जरी के क्षेत्र ‘एमसीएच’की उपाधि पाने वाली वे देश की पहली महिला सर्जन हैं. पीडियाट्रिक्स सर्जरी के क्षेत्र में बेहतर काम के लिए उन्हें डॉ. बीसी राय पुरस्कार भी मिला है. साथ ही उन्हें दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है. सीएम योगी ने इन सभी से मुलाकात के दौरान वाराणसी के विकास और नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की और बुकलेट भेंट की.