लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा स्थित जेवर में इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना के लिए औपचारिकताओं से संबंधित एक प्रस्ताव  15 दिसम्बर तक केंद्र सरकार के पास भेजे जाने के निर्देश दिए हैं. ये प्रस्ताव अंतिम स्वीकृति के लिए भेजा जाना है.

मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को लोक भवन में जेवर एयरपोर्ट के संबंध में प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि एयरपोर्ट की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण और जमीन खरीद की कार्यवाही समयबद्ध ढंग से की जाए.

दिल्ली के मौजूदा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से करीब 80 किलोमीटर दूर जेवर में नया एयरपोर्ट बनने के बाद लोगों को यहां से भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने की सुविधा मिलेगी. नए हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 7 करोड़ की होगी.

बता दें कि...

नोएडा से जेवर की दूरी करीब 57 किलोमीटर है.
गाजियाबाद से जेवर की दूरी 73 किलोमीटर है.
अलीगढ़ से जेवर की दूरी करीब 83 किलोमीटर है.

योगी ने इस परियोजना के लिए अन्य कार्यवाहियों और प्रदेश कैबिनेट की मंजूरी के बाद बाकी औपचारिकताओं संबंधी प्रस्ताव आगामी 15 दिसम्बर तक केंद्र सरकार को अंतिम स्वीकृति के लिए भेजे जाने के निर्देश दिए.

उन्होंने इसकी स्थापना में आ रही समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास और जनहित में इस एयरपोर्ट की स्थापना के लिए हर सम्भव सहयोग करेगी. जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए किसानों का सहयोग और योगदान मिल रहा है. भूमि की व्यवस्था के लिए अधिग्रहण और क्रय कार्यों में तेजी लाई जाए.

इस अवसर पर अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि केन्द्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसकी स्थापना की सैद्धान्तिक सहमति प्रदान कर दी है. केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय, गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय से भी मंजूरी ली जा चुकी है. परियोजना के लिए तकनीकी सलाहकार के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.

योगी ने कहा कि जेवर में एयरपोर्ट की स्थापना से प्रदेश में विकास के नए आयाम जुड़ेंगे. यह एयरपोर्ट आगरा, मथुरा, गौतमबुद्धनगर सहित अनेक स्थानों की हवाई सम्पर्क के लिए उपयोगी होगा और उत्तर प्रदेश को राजस्थान, उत्तराखण्ड और हरियाणा आदि प्रदेशों से जोड़ेगा.