लखनऊ: यूपी के गाजियाबाद में कोरोना संदिग्ध तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की महिला स्वास्थ्य कर्मियों से की गई अभद्रता को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं. शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने जमातियों पर कहा, " ये ना कानून को मानेंगे, ना व्यवस्था को मानेंगे, ये मानवता के दुश्मन हैं, जो इन्होंने महिला स्वास्थ्य कर्मियों के साथ किया है, वह जघन्य अपराध है, इन पर रासुका (एनएसए) लगाया जा रहा है, हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं."


गाजियाबाद की घटना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर जैसी घटना यूपी में कहीं नहीं दिखनी चाहिए, इसके लिए कानूनन जो भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी हो वो करिए. उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में जिन लोगों ने ये हरकत की, उस प्रवृत्ति के लोगों के साथ पूरी सख्ती की जानी चाहिए और उन्हें कानून का पालन करना सिखाना चाहिए.


मुख्यमंत्री ने इस बैठक में अधिकारियों के साथ चर्चा कर यह भी निर्देश दिया है कि गाजियाबाद में नर्सों के साथ अभद्रता के मामले के मद्देनजर तब्लीगी जमात के लोगों की चिकित्सा एवं सुरक्षा में महिला स्वास्थ्यकर्मी और महिला पुलिसकर्मी नहीं लगाई जाएंगी. इनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए सिर्फ केवल पुरूष कर्मचारी ही रहेंगे. साथ ही अगर किसी तरह की बदसलूकी की बात सामने आती है तो ऐसे लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा.


यूपी में अलग-अलग जिलों से ये भी खबर आ रही है कि क्वॉरंटाइन में रखे गए लोग चुपके से निकलकर भाग रहे हैं. ऐसे में क्वॉरंटाइन में रखे गए लोगों को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि अगर ऐसे लोग भागें तो डीएम/एसएसपी/एसपी की जवाबदेही तय होगी. सरकार पूरे लॉकडाउन के दौरान अब हर तरह की कड़ाई कर रही है. सरकार किसी भी तरह संक्रमण रोकने की कोशिश में लगी है और अधिकारियों को कड़ाई से लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए नियमों का अनुपालन करने को कहा जा रहा है.


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