राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद प्रवक्ता बनने के लिए पहली बार परीक्षा हुई. वो भी दो चरणों में. पहले दौर की परीक्षा में तो पर्चा भी लीक हो गया था. नेताओं से 14 सवाल पूछे गए थे. जैसे यूपी में दलितों के लिए लोक सभा की कितनी सीटें आरक्षित हैं. मनमोहन सरकार की क्या उपलब्धियाँ हैं? मोदी और योगी सरकार के असफलताएं क्या हैं?
पहले चरण का टेस्ट 29 जून को हुआ था. प्रियंका चतुर्वेदी खुद दिल्ली से बंद लिफ़ाफ़े में सवाल लेकर आईं थीं. पहले चरण की परीक्षा में 70 नेता शामिल हुए. दूसरे दौर का टेस्ट 2 जुलाई को हुआ. इसमें 35 नेताओं ने परीक्षा दी. कई सीनियर नेताओं ने मन ही मन टेस्ट का विरोध भी किया लेकिन किसी की नहीं चली.
यूपी कांग्रेस में 14 प्रवक्ता बनाये गए हैं. लिस्ट में अधिकतर चेहरे नए हैं. कई पुराने और सीनियर प्रवक्ताओं की छुट्टी कर दी गयी है. नयी मीडिया टीम इस तरह से है-
राजीव बक्शी- कोऑर्डिनेटर
हिलाल नकवी- प्रवक्ता
ओंकारनाथ सिंह- प्रवक्ता
अशोक सिंह- प्रवक्ता
शुचि विश्वास- प्रवक्ता
ज़ीशान हैदर- प्रवक्ता
उमाशंकर पांडे- प्रवक्ता
सैफ अली नकवी- प्रवक्ता
अनूप पटेल- प्रवक्ता
अंशू अवस्थी- प्रवक्ता
मुकेश सिंह चौहान- प्रवक्ता
तनुज पुनिया- प्रवक्ता
विशाल राजपूत- प्रवक्ता
सचिन रावत- प्रवक्ता
मीडिया इनपुट डिवीजन
सुबोध श्रीवास्तव
अजित कुमार पांडे
मंजू दीक्षित
मंसूर अली
विशेष आमंत्रित सदस्य
वीरेंद्र मदान
अमरनाथ अग्रवाल
द्विजेन्द्र त्रिपाठी
सुरेंद्र राजपूत
जिन लोगो को मीडिया टीम में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है, वे प्रवक्ताओं के कहने पर ही न्यूज़ चैनल के डिबेट में जा सकते हैं या फिर कोई बयान जारी कर सकते हैं. कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं के बेटों को भी प्रवक्ता बना दिया गया है. राज्य सभा सांसद पीएल पुनिया के बेटे तनुज और पूर्व सांसद ज़फर अली नकवी के बेटे सैफ को नयी टीम में जगह मिल गयी है.