यूपी : डॉक्टर की कारस्तानी, ऑपरेशन आंत का पर गायब हो गयी किडनी !
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने आरोप लगाया है कि धोखे से डाक्टर ने उसकी किडनी ही निकाल ली है. अब यह फरियादी अपनी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'दरबार' में पहुंचा है. उसने इंसाफ की गुहार लगाई है. इस मामले के बारे में जानकर लोग आश्चर्यचकित हैं और फरियादी को इंसाफ की उम्मीद है.
ऑपरेशन करने के दौरान चोरी-छिपे उसकी एक किडनी निकाल ली
दरअसल, एक युवक का आरोप है कि उसका आंत का ऑपरेशन करने के दौरान चोरी-छिपे उसकी एक किडनी निकाल ली गई है. मामला राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर का है. जहां 19 फरवरी 2015 को गंभीर रूप से घायल बाराबंकी के रहने वाले पृथ्वीराज को घायल अवस्था में जिला अस्पताल से लखनऊ के ट्रामा सेंटर को इलाज के लिए रेफर किया गया था.
रेफर करने वाला डाक्टर भी लखनऊ के अस्पताल में दिखा था
लखनऊ में इलाज के दौरान ही उसकी किडनी गायब हो गई. पीड़ित पृथ्वीराज के परिजनों का आरोप है कि उन्हें तब शक जरूर हुआ था जब रेफर करने वाला डाक्टर भी लखनऊ के अस्पताल में दिखा था. आरोप है कि वो ऑपरेशन करने वाले ट्रामा सेंटर के डॉ. आंनद मिश्रा व डॉ. आनंद तिवारी के संपर्क में लगातार बना हुआ था.
पृथ्वीराज ट्रैक्टर चलाने के दौरान ही दुर्घटना का शिकार हो गया था
पत्नी के साथ-साथ तीन मासूम बच्चों और अपने माँ-बाप को सहारा देने वाले पीड़ित पृथ्वीराज ट्रैक्टर चलाने के दौरान ही दुर्घटना का शिकार हो गया था. परिजनों का कहना है कि लखनऊ केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में उन्हें बताया गया कि उनके पेट की आंत फट गयी है. जिसका ऑपरेशन होना जरूरी था.
ऑपरेशन के बाद पृथ्वीराज को एक महीने भर्ती भी रखा गया था
लेकिन, उन्हें ये नहीं पता था की आंतों के ऑपरेशन के बहाने उनकी एक किडनी चोरी से निकाल ली जाएगी. ऑपरेशन के बाद पृथ्वीराज को एक महीने भर्ती भी रखा गया था. उन्हें 20 मार्च 2015 को डिस्चार्ज कर दिया गया. इसके बाद वो थोड़ा ठीक तो हुआ लेकिन, कमजोरी लगातार बनी रही. जिसके इलाज के लिए वो इन डाक्टरों के संपर्क में बना रहा.
अल्ट्रासाउंड हुआ तो पता चला कि उसमें तो किडनी थी ही नहीं
जब मामला और गंभीर हुआ तो उसने बाराबंकी के प्राइवेट डाक्टर से संपर्क किया. जब अल्ट्रासाउंड हुआ तो सब चौंक गए, क्योंकि पता चला कि उसमें तो किडनी थी ही नहीं. पृथ्वीराज ने इसकी लिखित शिकायत बाराबंकी प्रशासन से भी की है. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में जांच की बात कही है.