लखनऊ: यूपी में अपराध पर लगाम लगाने को लेकर राज्य के बीजेपी प्रवक्ताओं और डीजीपी ओपी सिंह की एक मीटिंग हुई थी. ये बैठक डीजीपी हेड्क्वॉर्टर में हुई. बीजेपी नेताओं और डीजीपी ओपी सिंह की बैठक में एक व्हाटसएप ग्रुप बनाने का भी फ़ैसला हुआ था जिसके तहत अपराध की बड़ी घटनाओं की जानकारी शेयर की जाती थी. अब खबर आई है कि व्हाटसएप ग्रुप का नाम 'डीजीपी इन्फ़ॉर्मेशन' से बदल कर 'इन्फ़ॉर्मेशन' कर दिया गया है साथ ही 9 नेताओं को इस ग्रुप से बाहर निकाल दिया गया है.


बीजेपी प्रवक्ताओं के अलावा बैठक में मीडिया पैनलिस्टों को भी बुलाया गया था. डेढ़ घंटे तक चली बैठक में राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को भी क्राइम के आंकड़ों के साथ बुलाया गया था.


बैठक में बात-चीत बदांयू के रेप केस को लेकर शुरू हुई. जिसमें पीड़िता ने बाद में आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में यूपी पुलिस की बड़ी किरकिरी हुई थी. वहां के एसपी के बयान से पूरा केस ख़राब हो गया था. बीजेपी के प्रवक्ताओं के लिये भी यूपी पुलिस का बचाव करना मुश्किल हो गया था.


रेप की घटना पर एसपी ने कहा था कि पीड़िता और आरोपी में लगातार बात होती थी. उनके इस बयान के बाद ही लड़की ने ख़ुदकुशी कर ली थी. बीजेपी प्रवक्ताओं और डीजीपी ने तय किया कि आगे अब ऐसी कोई घटना होने पर कैसे काम करें. पार्टी नेताओं की तरफ़ से सुझाव आया कि एंटी रोमियो स्क्वॉड को और मज़बूत किया जाए. शिकायत मिली कि ग्राउंड पर ये दिखता नहीं है. ये भी सुझाव आया कि नई महिला पुलिस अफ़सरों को इस काम में लगाया जाए.