लखनऊ: डिंपल यादव तो अब चुनाव नहीं लड़ेंगी. लेकिन अब उन्होंने महिलाओं के मन की बात जाने का फ़ैसला किया है. डिंपल ने समाजवादी वीमेन नाम से एक नई मुहिम शुरू की है. वे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी हैं. वे कन्नौज से लोकसभा की सांसद हैं. लेकिन अखिलेश ने एलान किया है कि इस बार डिंपल चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने ख़ुद कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है.


डिंपल ने महिलाओं से की अपने सपने बताने की अपील
डिंपल यादव ने ट्वीट कर महिलाओं से उनके संघर्ष की कहानी साझा करने की पहल की है. उन्होंने समाजवादी वीमेन अभियान में महिलाओं से अपने सपने बताने की अपील की है. इसी बहाने डिंपल यूपी की औरतों का मूड जानना चाहती हैं. उनका मन पढ़ना चाहती हैं. उनकी परेशानियां समझना चाहती हैं. ये जान कर ही डिंपल यादव समाजवादी पार्टी की चुनावी रणनीति तैयार करेंगी. वे उन मुद्दों की तलाश में हैं, जिनका असर चुनाव पर पड़ सकता है. ऐसे मसलों को लेकर समाजवादी पार्टी जनता के बीच जाने की तैयारी में हैं.


फ़ार्म में भरना होगा नाम, नंबर, पता और संघर्ष की कहानी
डिंपल यादव ने ट्वीट कर समाजवादी वीमेन कैंपेन शुरू किया है. इसमें महिलाओं से एक फ़ार्म भरने को कहा गया है. जिसमें उन्हें अपना नाम, नंबर और पता बताना होगा. साथ ही अपने संघर्ष की कहानी बतानी होगी. महिलायें अपने भविष्य को लेकर क्या सोचती हैं, ये भी बताने को कहा गया है. जब सारी जानकारियाँ आ जायेंगी. फिर डिंपल की टीम इन सबका डाटा तैयार करेगी. कहानियों और परेशानियों से यूपी की महिलाओं से जुड़े मुद्दे तय किए जायेंगे.


कांग्रेस के राज बब्बर से चुनाव हार गई थीं डिंपल यादव
डिंपल यादव अब तक एक सांसद रही हैं. समाजवादी पार्टी की स्टार प्रचारक रही हैं. मुलायम परिवार में मचे घमासान के बावजूद वे हमेशा चुप रहीं. कभी भी किसी विवाद में नहीं पड़ीं. ये बात अलग है कि उनके राजनीतिक सफ़र की शुरूआत अच्छी नहीं रही. पति अखिलेश यादव 2009 में दो जगहों फ़िरोज़ाबाद और कन्नौज से सांसद चुने गए थे. बाद में उन्होंने फ़िरोज़ाबाद सीट छोड़ दी. उप-चुनाव हुए तो समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव कांग्रेस के राज बब्बर से चुनाव हार गई थीं. 2012 और फिर 2014 में कन्नौज से सांसद चुनी गईं.