नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी ने आज बिना कांग्रेस की जानकारी के अपने उम्मीदवार उतार दिये हैं. नौ सीटें ऐसी हैं जिस पर कांग्रेस के सिटिंग विधायक हैं. दिल्ली में राहुल गांधी इस वक्त बैठक भी कर रहे हैं. देखना ये है कि कांग्रेस साइकिल पर सवार होती है या फिर हाथ से साइकिल छूट जाइगी. इस बीच अखिलेश यादव पहली लिस्ट में एक बड़ा दांव खेला है.


सियासत के समंदर में गोता लगाते हुए जीत की मंजिल तक पहुंचने के लिए अखिलेश ने पिता मुलायम की राह पर चलते हुए मुस्लिमों की पतवार का सहारा लिया है. आज जिन 191 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है उनमें 51 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है और 17 यादवों पर दांव लगाया है. मुरादाबाद की सभी सातों सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे गए हैं. जबकि पिछली बार मुलायम ने 84 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए थे.


वहीं अखिलेश ने पहली ही लिस्ट में 51 मुस्लिमों उम्मीदवारों को टिकट देकर संकेत दे दिए हैं कि इस बार आकंड़ा और अधिक होने वाला है. इससे पहले मायावती भी 97 मुस्लिम उम्मीदवार उतार चुकी हैं.


एसपी और बीएसपी दोनों ने ही मुस्लिमों पर दांव लगया है और जानकार ये बताते हैं कि दो पार्टियां अगर मुस्लिम उम्मीदवार उतारती हैं तो मुस्लिम वोट बंट जाते हैं और इसका सीधा फायदा लोकसभा चुनाव के तर्ज पर बीजेपी को मिल सकता है.


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