लखनऊ: यूपी का सियासी दंगल चरम पर पहुंच चुका है. रविवार को तीसरे चरण का मतदान संपन्न हो गया जबकि कल यानी 23 फरवरी को चौथे चरण का मतदान होना है. चौथे चरण में 680 राजनीतिक धुरंधर सियासत के अखाड़े में अपने-अपने दांव चल चुके हैं, जिनके भाग्य गुरुवार को ईवीएम मशीन में कैद हो जाएंगे. आपको बता दें कि इसमें से 180 से अधिक उम्मीदवार करोड़पति हैं तो 100 से अधिक कैंडिडेट्स पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
116 कैंडिडेट्स के खिलाफ आपराधिक मामले
उत्तर प्रदेश में 23 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए मुकाबले में उतरे कुल 680 उम्मीदवारों में से 189 उम्मीदवार करोड़पति हैं जबकि 116 कैंडिडेट्स ने घोषित किया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
प्रत्याशियों की ओर से दाखिल हलफनामे का विश्लेषण
यूपी के सियासी दंगल के दूसरे चरण के लिए अखाड़े में उतरे धुरंधरों की तरफ से दाखिल एफिडेविट का उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने विश्लेषण किया.
इसमें 6 राष्ट्रीय पार्टियों, 5 क्षेत्रीय स्तर की पार्टियों, 87 गैर मान्यता प्राप्त दलों सहित कुल 98 राजनीतिक दलों और 200 निर्दलिय कैंडिडेट्स समेत कुल 680 उम्मीदवारों की ओर से दाखिल हलफनामे का विश्लेषण किया गया है.
17% कैंडिडेट्स के खिलाफ दर्ज हैं आपराधिक मामले
एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है, ”विश्लेषण किये गए कुल 680 उम्मीदवारों में से 116 प्रत्याशी यानी 17% कैंडिडेट्स ने माना कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.”
रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 95 उम्मीदवारों ने हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध सहित गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है. जबकि 7 कैंडिडेट्स ने खुद पर मर्डर जैसे केस और 18 प्रत्याशियों ने हत्या के प्रयास जैसे मामले घोषित किए हैं.
10 उम्मीदवारों के खिलाफ अपहरण के मामले
रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 6 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर महिला के खिलाफ अत्याचार के केस जैसे दहेज के लिए हत्या, महिला के साथ शोषण जैसे मामले हैं. तो वहीं 10 उम्मीदवारों ने इस बात की जानकारी दी है कि उनके खिलाफ अपहरण, फिरौती के मामले दर्ज हैं.
200 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 24 आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी
पार्टी के हिसाब से देखें तो दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में कोई भी पार्टी पीछे नहीं है. दूसरे चरण में जहां बीजेपी ने 19, बीएसपी ने 12, एसपी ने 13, कांग्रेस ने 8 और आरएलडी ने 9 दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है. तो वहीं 200 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 24 आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी हैं.